आठवले ने कहा- नाराजगी भूल भाजपा-शिवसेना उम्मीदवारों के लिए कार्य करें कार्यकर्ता, कांग्रेस में शुरु घर वापसी
आठवले ने कहा- नाराजगी भूल भाजपा-शिवसेना उम्मीदवारों के लिए कार्य करें कार्यकर्ता, कांग्रेस में शुरु घर वापसी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा और शिवसेना युति में केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले को टिकट नहीं दिए जाने से आरपीआई के कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। इस स्थिति को संभालने के लिए आठवले को अब पार्टी के कार्यकर्ताओं को निलंबित करने की चेतावनी देनी पड़ी है। आठवले ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नाराजगी को भूलाकर भाजपा और शिवसेना के उम्मीदवारों के प्रचार करने का आदेश दिया है।गुरुवार को सांताक्रूज पूर्व में लोकसभा चुनाव को लेकर आरपीआई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई। आठवले ने कहा कि जो कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत आदेश के विरुद्ध जाकर काम करेंगे, उनको पार्टी से निलंबित कर दिया जाएगा। आठवले ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद आरपीआई को कैबिनेट मंत्री पद मिलने वाला है। प्रदेश की भाजपा सरकार भी पार्टी को मंत्री पद देगी। इसके साथ ही राज्य सरकार की तरफ से महामंडलों में आरपीआई के 40 से 50 कार्यकर्ताओं को जगह दी जाएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया है कि मुझे फिर से राज्यसभा भेजा जाएगा। इसलिए मैंने उत्तर-पूर्व लोकसभा सीट देने की मांग छोड़ दी। आठवले ने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपनी नाराजगी दूर कर भाजपा और शिवसेना के उम्मीदवारों के प्रचार में जुट जाएं। आठवले ने कहा कि कार्यकर्ता अहमदनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार सुजय विखे पाटील के लिए काम करें।
मुंबई कांग्रेस में शुरु हुई घर वापसी, राईन पार्टी में लौटे
उधर मुंबई कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष निजीमुद्दीन राईन एक बाद फिर पार्टी में वापस लौट आए हैं। मुंबई कांग्रेस के तत्कालिन अध्यक्ष संजय निरुपम की कार्य प्रणाली से नाराज होकर राइन ने पार्टी छोड़ी थी। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद मिलिंद देवडा को सौंपे जाने के बाद राइन की घर वापसी हुई है।राइन ने कहा कि मिलिंद आधुनिक विचारों के करिश्माई नेता हैं। उनके नेतृत्व में हम मुंबईकरों की अपेक्षाओं पर खरे उतरने की कोशिश करेंगे। राईन पार्टी के पूर्व विधायक यूसुफ अब्राहनी की मौजूदगी में फिर कांग्रेस में शामिल हुए। बता दें कि राईन के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके बेटे ने असद्दुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से नगरसेवक का चुनाव लड़ा था। राईन लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। राईन राजनीति के साथ-साथ समाजसेवी के क्षेत्र से भी जुड़े रहे हैं। उनकी संस्था कैंसर मरीजों की मदद के लिए सराहनीय कार्य करती है।