राज्य में कीटनाशक छिड़काव से चार और किसानों की मौत

राज्य में कीटनाशक छिड़काव से चार और किसानों की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-15 12:18 GMT
राज्य में कीटनाशक छिड़काव से चार और किसानों की मौत

डिजिटल डेस्क, यवतमाल/चंद्रपुर/धुलिया। सूबे में कीटनाशक छिड़काव से और 4 किसानों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक यवतमाल जिले में दो और चंद्रपुर और धुलिया जिले में एक-एक किसान की कीटनाशक छिड़काव के चलते मौत हो गई। इसी के साथ यवतमाल जिले में कीटनाशक से मरने वालों की संख्या 22 हो गई है। मृतकों में यवतमाल जिले की झरी तहसील के ग्राम माथर्जुन निवासी गजानन हनुमंत नेताम (42) और मधुकर मोतीराम बावने (45), तो चंद्रपुर जिले की पोंभुर्णा तहसील के ग्राम चेक ठाणेवासना निवासी साईंनाथ रघुनाथ सोयाम (42) और धुलिया जिले के निवासी भीमराव खंडू माली शामिल हैं। सोयाम को कीटनाशक छिड़काव के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। 

दोषियों पर होगी कार्रवाई

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि कीटनाशक मामलों को लेकर गठित समिति की रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। कीटनाशक से प्रभावित जो किसान उपचार के बाद वापस लौटे हैं, उनका नियमित मेडिकल चेकअप होगा। हंसराज ने बताया कि कीटनाशक पीड़ितों के खून के नमूने जांच के लिए मुंबई के केईएम और दिल्ली के एम्स अस्पताल में भेजे गए है। ताकि इस गंभीर कीटनाशक प्रकरण के सही कारणों का पता लगाया जा सके। अभी तक जिन पीडि़तों के खून की जांच की गई है, उनमें किस विषैली चीज का असर हुआ, इसका पता नही चल पाया है। उनके अनुसार चायनिज बैटरी वाले पंप व मिक्स कीटनाशक यह अधिक घातक साबित हुए हैं। जिससे यह स्थिति अधिक गंभीर बनी है। इसलिए अमरावती संभाग के आयुक्तकी अध्यक्षता में एसआईटी का गठन  किया जाएगा, जिसमें गहराई से जांच होंगी। 

पीड़ितों को आर्थिक मदद

हंसराज अहीर ने कहा कि नागपुर, चंद्रपुर, कईएम, मेडिकल आदि के विशेषज्ञ चिकित्सक यवतमाल आनेवाले हैं, जो इस प्रकरण की गंभीरता से जांच करेंगे। इस समय उन्होंने कहा कि कीटनाशक प्रभावितों की दीपावली अंधेरे में ना जाए, इसलिए पीड़ितो को 5 हजार की आर्थिक सहायता और 60 किलो अनाज दिया जाएगा, जिसमें 25 किलो गेहूं, 25 किलो चावल, 5 किलो तेल, 5 किलो चनादाल शामिल है। उन्होंने बताया कि तहसीलदार के मार्फत 11.50 लाख रुपयों के सुरक्षा किट बांटे गए है। जिले के पालकमंत्री मदन येरावार ने बताया कि, बिना सुरक्षा के कोई भी अब कीटनाशक छिड़काव नहीं कर पायेंगे, यदि छिड़काव करते हैं, तो उसके लिए पटवारी, कृषि सहायक जिम्मेदार होगा, ऐसा बताया। इस संवाददाता सम्मेलन में विधायकों में संजय बोतकुलवार, राजू तोड़साम तथा भाजपा जिलाध्यक्ष राजू डांगे, जिप सभापति श्याम जयस्वाल, नप के पदाधिकारी नितीन गिरी, राजू पडगिलवार उपस्थित थे।

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