गडचिरोली नक्सल हमला मामले में आरोप पत्र दायर, शहीद हुए थे 15 जवान 

गडचिरोली नक्सल हमला मामले में आरोप पत्र दायर, शहीद हुए थे 15 जवान 

Tejinder Singh
Update: 2019-12-05 17:29 GMT
गडचिरोली नक्सल हमला मामले में आरोप पत्र दायर, शहीद हुए थे 15 जवान 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गडचिरोली जिले में 1 मई को हुए नक्सल हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई की विशेष एनआईए कोर्ट में आरोपपत्र दायर कर दिया है। आठ गिरफ्तार और चार फरार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है। जांभुलखेडा गांव में हुए इस हमले में क्विक रिस्पांस टीम के 15 जवान शहीद हो गए थे। निर्मला उप्पुगंती, सत्यनारायण रानी, दिलीप हिदामी, परशराम तुलवी, सोमसे माडवी, किसन हिदामी, सुखरू गोटा और कैलाश रामचंदानी नाम के गिरफ्तार आरोपियों के साथ मामले में फरार मालोज्जुला वेणुगोपाल, सतीश मोहाना, दिनकर उर्फ शिवराम गोटा और दुर्गेश वट्टी नाम के आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है। 1 मई को गडचिरोली जिले के पुरंदा पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले जांबुलखेडा गांव के पास आरोपियों ने एक पुल के करीब बारूदी सुरंग में विस्फोट के जरिए क्विक रिस्पांस टीम के जवानों को ले जा रहे वाहन को उड़ा दिया था। हमले में 15 जवान शहीद हुए थे जबकि एक ड्राइवर की भी मौत हो गई थी।

एनआईए ने 25 जून को फिर से मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू की थी। छानबीन में खुलासा हुआ था कि आरोपी प्रतिबंधित संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के समर्थक हैं। अपने आकाओं के निर्देशों पर उन्होंने यह हमला किया था। आरोपियों ने 23 अप्रैल 2018 को सुरक्षा बलों के हमले में 40 नक्सलियों के मारे जाने का बदला लेने के लिए इस हमले की साजिश रची थी। साजिश के तहत आरोपियों ने पहले गडचिरोली के दादपुर गांव में निर्माणकार्य कर रही अमर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की 27 गाड़ियां जला दी। इसके बाद मामले की छानबीन के लिए जा रही क्विक रिस्पांस टीम के वाहन को पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से उड़ा दिया। फिर हमले में मारे गए जवानों के हथियार लूटकर फरार हो गए। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी के साथ-साथ यूएपीए कानून की संबंधित धाराओं के तहत भी आरोपपत्र दायर किया गया है।

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