खानदेश की कुलस्वामिनी श्री एकवीरादेवी मंदिर में सोमवार सुबह होगी घटस्थापना 

धुलिया खानदेश की कुलस्वामिनी श्री एकवीरादेवी मंदिर में सोमवार सुबह होगी घटस्थापना 

Tejinder Singh
Update: 2022-09-25 15:06 GMT
खानदेश की कुलस्वामिनी श्री एकवीरादेवी मंदिर में सोमवार सुबह होगी घटस्थापना 

डिजिटल डेस्क, धुलिया। खानदेश की कुलस्वामिनी माता श्री एकवीरा देवी मंदिर में नवरात्रि उत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंदिर के मुख्य ट्रस्टी सोमनाथ गुरव ने बताया कि इस वर्ष नवरात्र के नौ दिन और दशहरा के दिन भक्तों के लिए माता के दर्शन पूजा-अर्चना हेतु सुविधा के लिए चौबीस घंटे मंदिर खुला रहेगा। इस वर्ष कोरोना प्रतिबंधों के दौरान काफी हद तक शिथिलता देने से मंदिर प्रबंधन ने नवरात्र के दौरान 24 घंटे दर्शन के लिए खुला रखने का फैसला लिया है। नवरात्रि पर्व के अवसर पर नौ दिनों तक मंदिर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम भी होंगे। मंदिर परिसर में ही घटस्थापना सोमवार 26 सितंबर को सुबह शुभ मुहूर्त में की जाएगी। 

भक्त निवास का भी होगा लोकार्पण 

इसी अवसर पर श्री एकवीरादेवी मंदिर क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए बने भक्तनिवास का लोकार्पण समारोह, परम पूज्यनीय संत कवयित्री विजयकांता रचित ओम श्री एकवीरादेवी सप्तशति ग्रंथ का प्रकाशन एवं कुमारिका पूजन कार्यक्रम मंदिर परिसर में 30 सितंबर को सुबह 10 बजे महाराष्ट्र के कोल्हापुर स्थित करवीरपीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी विद्यानृसिंह भारती के हाथों संपन्न होगा।

भक्त निवास में 20 कमरों का निर्माण 

भक्त निवास में कुल मिलाकर 20 कमरों का निर्माण किया गया है और इसमें भी 6 एसी कमरे बनाए गए है। साथ ही एक बहुउद्देश्यीय हॉल का भी निर्माण किया गया है। जिसे विभिन्न कार्यक्रमों हेतु उपयोग कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में आचार्य सत्यनारायण व्यास उपस्थित रहेंगे। साथ ही कार्यक्रम की अध्यक्षता अमेरिका स्थित सुविख्यात भागवत कथा वाचक एड. नीलेश पाठक करेंगे। इसी दिन ललिता पंचमी के उपलक्ष्य में शुक्रवार 30 सितंबर को 101 कुंआरी कन्याओं का कुमारिका पूजन किया जाएगा। 

पूर्णाहुति 30 सितंबर को

आगामी 30 सितंबर शुक्रवार से 3 अक्टूबर तक हवन, शतचंडी महायज्ञ एवं पूर्णाहुति का भव्य कार्यक्रम होगा। 4 अक्टूबर को महानवमी पर सुवासिनी पूजन, 5 अक्टूबर को  दशहरा (विजयादशमी) पर्व एवं 10 अक्टूबर को कोजागिरी पौर्णिमा उत्सव एवं पालखी समारोह के साथ ही रामदाव बावरी भजनी मंडल द्वारा भजनों का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। 

महाआरती प्रतिदिन दोपहर 12 बजे

इतने व्यस्ततम धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही नवरात्रोत्सव के दौरान प्रतिदिन दोपहर 12 बजे की महाआरती के बाद श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया जाएगा। इसी नवरात्रि कालावधि में प्रति दिन प्रात: पांच बजे, सुबह आठ बजे, दोपहर बारह बजे, सायं सात बजे और रात्रि बारह बजे तक कुल मिलाकर प्रतिदिन पांच बार खानदेश कुलस्वामिनी श्री एकवीरादेवी माताजी की आरती की जाएगी। इस अवसर पर जागृत देवस्थान के रूप में राज्य में सुविख्यात श्री एकवीरादेवी मंदिर संस्थान के अध्यक्ष एवं मुख्य ट्रस्टी सोमनाथ गुरव ने श्रद्धालुओं की व्यवस्था हेतु पुख्ता प्रबंध किए करने की जानकारी दी है।

 

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