फिर शुरू होगी ग्रीन बस, केन्द्रीय मत्री नितीन गडकरी ने स्केनिया कंपनी को दिए निर्देश

फिर शुरू होगी ग्रीन बस, केन्द्रीय मत्री नितीन गडकरी ने स्केनिया कंपनी को दिए निर्देश

Anita Peddulwar
Update: 2018-08-24 06:20 GMT
फिर शुरू होगी ग्रीन बस, केन्द्रीय मत्री नितीन गडकरी ने स्केनिया कंपनी को दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा पर करोड़ों रुपए बकाया को लेकर बंद हुई ग्रीन बस फिर शुरू होगी। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने 8 दिन में स्केनिया कंपनी को ग्रीन बस शुरू करने के निर्देश दिए हैं। विवादित मामले पर सकारात्मक चर्चा के बाद इस पर समाधान निकाला गया। चर्चा के दौरान नागपुर के वाड़ी परिसर में 6 एकड़ जमीन और खापरी परिसर के 9 एकड़ जमीन पर बोओटी आधार पर बसपोर्ट तैयार करने की जानकारी श्री गडकरी ने दी।

बैठक के बाद स्केनिया कंपनी ने भी अपना बयान जारी कर चर्चा को सकारात्मक बताते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी का आभार माना। बैठक में स्वीडन के राजदूत क्लास मोलिस, विधायक कृष्णा खोपड़े, विकास कुंभारे, परिवहन सभापति बंटी कुकडे, जिलाधिकारी अश्विन मुद्गल आदि उपस्थित थे। 

केन्द्रीय मंत्री गड़करी का है ड्रीम प्रोजेक्ट
इथेनॉल पर आधारित ग्रीन बस को केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने शहर में लाया था। इसे केंद्रीय मंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। शुरुआत के 6 महीने ग्रीन बस शहर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चली। जिसके बाद 5-5 कर इसे शहर की सड़कों पर दौड़ाया गया। फिलहाल 25 बसें शहर में दौड़ रही थी, लेकिन 13 अगस्त को स्केनिया कंपनी ने अपनी सभी ग्रीन बसों को बंद कर दिया था। बस बंद करने को लेकर स्केनिया कमर्शियल व्हीकल प्रा. लि. ने 2 माह पहले मनपा को नोटिस दिया था। जिसे अधिकारियों ने नजरअंदाज किया। सूत्रों के अनुसार जीएसटी लागू होने के बाद मनपा और स्केनिया कंपनी में बिल भुगतान को लेकर विवाद चल रहा था। जगह को लेकर भी विवाद था।

इसलिए दूरी बना रहे लोग
बसों को पार्किंग के लिए जगह नहीं मिलने से स्केनिया कंपनी ने 55 की जगह 25 बसें ही शहर में लाई थी। इससे बड़ी दिक्कत यह भी थी की ग्रीन बस को शहर में सवारी नहीं मिल रही थी। जिससे वह लगातार घाटे में चल रही थी। टिकट महंगा होने से लोग उससे दूरी बना रहे हैं। एस्ट्रो अकाउंट नहीं होने के कारण भी कंपनी ने कई बार आपत्ति जताई थी। करोड़ों रुपए कंपनी पर बकाया था। इस भुगतान को लेकर मनपा ने कोई रुचि नहीं दिखाई। जिसके बाद 13 अगस्त को ग्रीन बस बंद कर दी गई। हालांकि इसके पहले केंद्रीय मंत्री गडकरी ने स्केनिया कंपनी को बसें बंद नहीं करने और 23 अगस्त को इसके समाधान पर चर्चा करने का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके कंपनी ने सलाह को दरकिनार कर बसों को बंद किया था।

अंतत: गुरुवार को दिल्ली में बैठक हुई, जिसमें केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय और स्केनिया कंपनी के बीच सीधी वार्ता हुई। चर्चा को सकारात्मक बताते हुए दोनों पक्ष संतुष्ट नजर आए। स्केनिया कंपनी ने भी जल्द ग्रीन बस सेवा शुरू करने का भरोसा दिलाया।  

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