कहीं आप भी तो नहीं खा रहे दूध पाउडर और रिफाइण्ड आयल युक्त मिलावटी पनीर-खोवा?

कहीं आप भी तो नहीं खा रहे दूध पाउडर और रिफाइण्ड आयल युक्त मिलावटी पनीर-खोवा?

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-28 07:43 GMT
कहीं आप भी तो नहीं खा रहे दूध पाउडर और रिफाइण्ड आयल युक्त मिलावटी पनीर-खोवा?

डिजिटल डेस्क, सतना। यदि आप पनीर के शौकीन हैं और शादी-ब्याह समेत अन्य आयोजनों के मेनू में पनीर की सब्जी को शामिल करना चाहते हैं तो जरा संभल कर...! क्योंकि यदि आपकी नजरें पारखी नहीं हैं तो आपको मुनाफाखोर व्यापारी मिलावटी पनीर थमाने में जरा भी देर नहीं करेंगे। इतना ही नहीं मिलावटी खोवा भी बड़े पैमाने पर वैवाहिक कार्यक्रमों और डेयरियों में खप रहा है। यह मिलावटी खोवा और पनीर ग्वालियर से बसों में लदकर आ रहा है। इस बात की पुष्टि भरहुतनगर के सोनू डेयरी से जब्त पनीर के उस नमूने से होती है जिसकी लैब से टेस्ट रिपोर्ट हाल ही में आई है।

क्या कहती है लैब रिपोर्ट
23 अप्रैल को अखिलेश साहू की सोनू डेयरी में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारी शीतल सिंह ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत खाद्य पदार्थ पनीर का लूज सेम्पल एकत्र किया था। इस सेम्पल को जांच के लिए खाद्य विश्लेषक, राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया था। जिसकी जांच रिपोर्ट अवमानक पाई गई है। जानकारों के मुताबिक पनीर में मिल्क फैट की कमी पाई गई है। इसमें दूध पाउडर और चिकनाई के लिए रिफाइण्ड आयल का उपयोग किया गया था।

 



अधिकतम 5 लाख के जुर्माने का प्रावधान
स्टेट लैब से टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने डेयरी संचालक को भी पनीर के सेम्पल का अपने स्तर से जांच कराने का एक मौका दिया है। संचालक को 30 महीने का वक्त दिया गया है। यदि वह जांच कराने के लिए राजी होता है तो उसे 5 हजार रुपए का डिमाण्ड ड्रॉफ्ट जमा करना होगा। विभागीय सूत्रों का कहना है कि चूंकि सेम्पल अवमानक पाया गया है लिहाजा इस प्रकरण को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अधिकतम 5 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है।

ऐसे पहुंचता है खोवा-पनीर
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि मिलावटी खोवा और पनीर बसों में लदकर ग्वालियर से सतना पहुंच रहा है। शहर के करीब 5 डेयरी कारोबारी इसका धड़ल्ले से थोक में धंधा कर रहे हैं। शादी-ब्याह के सीजन में इसकी आवक ज्यादा बढ़ जाती है। मौजूदा समय पर लगभग 5 क्विंटल मिलावटी पनीर और खोवा हर दिन सतना पहुंच रहा है। ये बसें सुबह-सुबह सतना पहुंचती हैं जिनसे माल उतारकर सिद्धार्थनगर के सुरक्षित ठिकानों में रखा जाता है।

इनका कहना है
अगर मिलावटी खोवा और पनीर दूसरे शहरों से बसों में लदकर आ रहा है तो निश्चिततौर पर यह गंभीर मामला है। हम इस मामले में पूरी संजीदगी बरत रहे हैं। इसकी पूरी जांच कराई जाएगी।
ओमनारायण सिंह, डीओ, खाद्य एवं औषधि प्रशासन

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