मौत के मुंह में जाकर निकाल रहे कोयला, बाल मजदूरों से करवा रहे अवैध उत्खनन

मौत के मुंह में जाकर निकाल रहे कोयला, बाल मजदूरों से करवा रहे अवैध उत्खनन

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-20 07:48 GMT
मौत के मुंह में जाकर निकाल रहे कोयला, बाल मजदूरों से करवा रहे अवैध उत्खनन

डिजिटल डेस्क परासिया/छिंदवाड़ा। कोयलांचल के रावनवाड़ा की बंद ओपनकास्ट और भूमिगत खदानों में कोल माफिया मजदूर लगाकर अवैध कोयला उत्खनन करा रहा है। इन मजदूरों में 60 साल के बूजुर्ग और 7 साल के बच्चे भी शामिल हैं। बखौफ हो रहे उत्खनन में मजदूरों की जान खतरे में है और कोल माफिया चंद रुपयों का लालच देकर इन मजदूरों से कोयले का अवैध उत्खनन करा रहा है।
रावनवाड़ा क्षेत्र की चार बंद खदानें कोल माफिया के निशाने पर है। इन बंद खदानों में माफिया दिन भर मजदूरों से कोल उत्खनन कराता है और रात  को कोयले का परिवहन किया जाता है। चंद रुपयों के  लालच में मजदूर बंद खदानों में खतरे से खेलकर कोयला निकाल रहे हैं।
छिंदा ओपनकास्ट: इस खदान में लगभग 30 मजदूर काम कर रहे हैं और खदान के बीचों बीच तल से लगभग 50 से 100 के बीच  कोयले की  सिम में घुसकर कोयला निकालते हैं। इस खदान में बच्चों से लगाकर महिलाएं और वृद्ध भी अवैध उत्खनन का काम कर रहे हैं।
पेंच ईस्ट ओपन कास्ट व भूमिगत: दोनों  खदानों में लगभग 50 मजदूर काम कर रहे हैं। भूमिगत खदान के मुहाने  के अंदर जहरीली गैसों  के बीच घुसकर मजदूर कोयला निकालते हैं और ओपनकास्ट खदान में लगभग 100 फिट गहराई में कोयला निकालने जाते हैं।
सेठिया ओपन कास्ट: यह खदान चालू है इस खदान में जहां मिट्टी डम्प होती है वहां से मजदूर  कोयला छांट रहे हैंं। खदान में  दीघावानी बस्ती व पेंच के लोग खुद ही कोयला छांटकर माफिया को 70 रुपए बोरी के हिसाब से बेच रहे हैं।
रावनवाड़ा खास पिंजरा- इस खदान में डम्पिंग का कोयला दबा हुआ है। मजदूर इस खदान में रात में काम कर रहे हैं और कोयला निकाल कर माफिया को दे रहे हैं।
कई लोगों की हो चुकी है मौत
बंद खदानों में कोयला उत्खनन पर कोई रोक नहीं लगा पा रहा है। इन बंद खदानों में हर दिन सैकड़ों मजदूर जान जोखिम में  डालकर काम करते हैं, जिनमें से कई अपनी जान गवां चुके हैं। दो साल  पहले ही बंद खदान 11-12 में एक महिला की मौत खदान धंसकने से हुई थी। इसके  अलावा भी क्षेत्र में हुई कई मौतों की सूचना तक पुलिस को नहीं मिली और मामला रफा-दफा कर दिया गया।
इनका कहना है
अवैध उत्खनन के संबध में वेकोलि को पत्र लिखा जाएगा एवं उत्खनन व मजदूरों  को काम पर लगाने के मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सुरेश दामले, डीएसपी परासिया

 

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