सफाई के अभाव में वेणा जलाशय सूखने लगा, जलापूर्ति बाधित

सफाई के अभाव में वेणा जलाशय सूखने लगा, जलापूर्ति बाधित

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-13 08:54 GMT
सफाई के अभाव में वेणा जलाशय सूखने लगा, जलापूर्ति बाधित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अमरावती राजमार्ग स्थित वेणा जलाशय की विगत कई साल से सफाई नहीं हो पाई है, इससे जलाशय में मिट्टी का ढेर जमने से जलजमाव प्रभावित होने लगा है। जलाशय की मिट्टी निकालकर गहरा करने की मांग की जा रही है, ताकि जलस्रोत बढ़ सके। जलस्तर घटने से कई क्षेत्रों की जलापूर्ति में कटौती की गई है। जानकार बता रहे हैं कि इस वर्ष अच्छी बारिश की संभावना है, लेकिन तालाब की मिट्टी व मलबा निकालकर गहरा नहीं होने से 23 दशलक्ष घनमीटर जलसंग्रह क्षमता वाले जलाशय में अब 20 दशलक्ष घनमीटर ही पानी जमा होता है। उसी प्रकार तालाब की मिट्टी निकालकर किसानों को दी जाए खेती के लिए उपयुक्त साबित हो सकती है। सिंचाई विभाग ने तालाब की मिट्टी निकालने योजना बनाने की मांग किसानों ने की है। 

दो पम्प हाउस गिरने की कगार पर
वर्ष 1966 में पम्प हाउस निर्माण कर डिफेंस, वाड़ी, दवलामेटी आदि क्षेत्र में जलापूर्ति की जाती है, लेकिन अब दोनों पम्प हाउस गिरने की कगार पर हैं। जिसके बाद उसे बंद कर अब सीधे तालाब में पम्प डालकर डिफेंस, वाड़ी, दवलामेटी को पानी दिया जा रहा है, लेकिन कई बार पम्प तालाब में फंस जाने से जलापूर्ति बाधित हो रही है। पिछले 6 महीने से नए पम्प हाउस का निर्माण चल रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हो सका।

जलापूर्ति लाइन बिछाई, अब तालाब में पानी नहीं
करोड़ों रुपए खर्च कर वाड़ी में जलापूर्ति पाइप लाइन बिछाई गई, लेकिन वेणा जलाशय में जलस्तर घटने से पाइप लाइन टेस्टिंग का सवाल खड़ा हो रहा है। 18 महीने में यदि यह निर्माण कार्य पूरा हो जाता तो टेस्टिंग भी होती, लेकिन सरकार ने समय पर निधि उपलब्ध नहीं करने से योजना लड़खड़ा गई।

नहीं हुआ नियोजन
वेणा जलाशय की मिट्टी हर साल निकालकर किसान ले जाते हैं, इस पर कोई रोक नहीं है। विभाग की ओर से इस वर्ष ऐसा कोई नियोजन नहीं किया गया। यदि किसान चाहे तो जलाशय से मिट्टी निकालकर अपने खेत में डाल सकते है।
- शु.गो.ढवले, कार्यकारी अभियंता, सिंचन विभाग, नागपुर

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