ठेका शर्तों के उल्लंंघन के मामले में जयमहाकाल घिरी तो गुपचुप बदलवा दिए गए सारे पाटर्नर

मेहरबानी - रेत ठेका कंपनी को बचा ले जाने का सिवनी में सामने आया बड़ा मामला ठेका शर्तों के उल्लंंघन के मामले में जयमहाकाल घिरी तो गुपचुप बदलवा दिए गए सारे पाटर्नर

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-26 09:53 GMT
ठेका शर्तों के उल्लंंघन के मामले में जयमहाकाल घिरी तो गुपचुप बदलवा दिए गए सारे पाटर्नर

डिजिटल डेस्क सिवनी जबलपुर ।  शर्तों के उल्लंघन के मामले में घिरी रेत ठेका कंपनी को बचाने का बड़ा मामला सिवनी में सामने आया है। सिवनी, बालाघाट तथा जबलपुर के करीब दर्जन भर पार्टनर्स के साथ सिवनी की रेत खदानों का ठेका लेने वाली जयमहाकाल एसोसिएट्स द्वारा समय पर रायल्टी किश्तें नहीं जमा करने तथा रेत खनन व ठेके से जुड़ी शर्तों के उल्लंघन की शिकायतों के बीच जून महीने में इस पर खनन, भंडारण, रेत के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई। भंडारण की रेत तक प्रशासन ने निगरानी में ले ली। नियमानुसार इसका ठेका निरस्त करते हुए नये सिरे से टेंडर बुलवाए जाना थे, लेकिन ऐसा न करते हुए गुपचुप तरीके से जयमहाकाल के सारे पार्टनर्स बदलवाते हुए पूरा काम छिंदवाड़ा जिले की रेत खदानों का ठेका लेने वाले महाराष्ट्र के शिशिर खंदार ग्रुप के हवाले कर दिया गया। जयमहाकाल एसो. के दो मुख्य व्यक्त्यिों बालाघाट के विजय गोस्वामी (बंटी) तथा सिवनी के संतोष पंजवानी (नानू) ने बदलाव की बात स्वीकारते हुए कहा च्सिवनी के रेत ठेके से अब हमारा कोई संबंध नहीं है। च्सौंसर (छिंदवाड़ा) वालों ने सिवनी का पूरा काम अपने हैण्डओवर में ले लिया है।
पीएस का भी नाम आया सामने लेकिन किया इंकार -पूरे मामले के सूत्रधार के रूप में पीएस (प्रमुख सचिव) माइनिंग सुखबीर सिंह का भी नाम सामने आया। शिशिर खंदार ग्रुप के मुख्यकर्ताधर्ता गोपाल शर्मा ने भास्कर से हुई बातचीत में इसे स्वीकारते हुए कहा उनके ग्रुप के लोगों ने सिवनीे की रेत खदानों को टेक ओवर कर लिया है और कागजों में ऑफीशियली सारे काम हो गए हैं।ज् पीएस सुखबीर सिंह ने कहा-च्मेरा नाम क्यों और कौन लोग ले रहे मैं नहीं जानता। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। समूचे मामले में सिवनी कलेक्टर से रिपोर्ट बुलाई जाएगी।
ऐसे  हुआ हैण्डओवर, टेकओवर
* सिवनी में शिशिर खंदार ग्रुप को लाने की मई महीने में बनी रणनीति तहत जिला प्रशासन के जरिए जयमहाकल के पार्टनर्स पर दबाव बना कर भोपाल बुलाया गया। 
*जून के पहले सप्ताह में उच्च स्तर बैठक हुई जिसमें शिशिर खंदार ग्रुप के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
* तय आंतरिक शर्तों के तहत खंदार ग्रुप ने रायल्टी राशि की बकाया करीब 2 किश्तें चुकाईं और एक बड़ी राशि जयमहाकाल के प्रोप्राइटर्स व मुख्यकर्ताधर्ताओं को दी। पजून के अंतिम सप्ताह में खंदार ग्रुप के लोग सक्रिय हो गए। ढाई महीने भीतर सभी पुराने पार्टनर्स विद्ड्रॉ हुए और उनकी जगह खंदार ग्रुप के लोग शामिल हो गए।
इनका कहना है
* प्रमुख सचिव माइनिंग द्वारा कुछ बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। माइनिंग ऑफिसर से जांच करा कर रिपोर्ट भोपाल भेजी जाएगी। 
- पार्थ जैसवाल, प्रभारी कलेक्टर (सिवनी)
 

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