चीन से आती है अगरबत्ती की 90 प्रतिशत तीली, बांस मिशन पर चल रहा काम-गडकरी

चीन से आती है अगरबत्ती की 90 प्रतिशत तीली, बांस मिशन पर चल रहा काम-गडकरी

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-08 09:55 GMT
चीन से आती है अगरबत्ती की 90 प्रतिशत तीली, बांस मिशन पर चल रहा काम-गडकरी

डिजिटल डेस्क ,नागपुर। भारतीय इलेक्ट्रानिक्स बाजार ही नहीं आवश्यक वस्तु बाजार में भी चीन का प्रभाव है। यहां तक कि देश में अगरबत्ती बनाने की तीली भी 90 प्रतिशत से अधिक चीन से ही आती है। लिहाजा लघु उद्योग से संबंधित वस्तु निर्माण में स्थानीय लोग टिक नहीं पाते हैं। केंद्रीय लघु सूक्ष्म व मध्यम उद्योग मामले के मंत्री नितीन गडकरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लघु उद्योग को बढ़ानेे के लिए विविध उपाययोजना की जा रही है। चीन से आने वाली अगरबत्ती की तीली पर 30 प्रतिशत सेवा कर लगा दिया गया है। देश में बांस मिशन पर काम चल रहा है। इस मिशन के लिए 1300 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। गड़चिरोली जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी बांस उद्योग बढ़ेगा। रविवार को एग्रोविजन कृषि प्रदर्शनी व परिसंवाद के आयोजन के सिलसिले में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में गडकरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नई तकनीकी का लाभ लेकर हर क्षेत्र में विकास किया जा सकता है। नागपुर व विदर्भ में बायोफ्यूल उत्पादन पर बढ़ावा दिया जा रहा है। जल्द ही यहां पर डीजलमुक्त वाहन चलेंगे। 

22 नवंबर से कृषि प्रदर्शनी

22 से 25 नवंबर तक रेशमबाग मैदान में एग्रोविजन कृषि प्रदर्शनी व परिसंवाद का आयोजन होगा। 22 नवंबर काे उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे। केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर  के अलावा केंद्र व राज्य के अन्य मंत्री उपस्थित रहेंगे। एग्रोविजन कृषि प्रदर्शनी में विदर्भ के किसानों को कृषि विकास की जानकारी दी जाती है। इस बार 28 से ज्यादा विषयों पर सेमिनार का आयोजन होगा। उत्पादन बढ़ाने की तकनीकी, दुध व्यवसाय, फूलों की खेती, हलदी व अदरक की खेती, संतरा उत्पादन व प्रक्रिया , हर्बल खेती, मछली पालन , मुर्गीपालन ,मधुमख्खी पालन, रेशम की खेती, हरितगृह तकनीकी व शेड नेट, कृषि वित्त आपूर्ति, एग्रो टूरिज्म, सरकारी योजना, जलव्यवस्थापन जैसे अनेक विषय शामिल हैं। 

परिसंवाद

एमएसएमई मंत्रालय की सहायता से कृषि व अन्न प्रक्रिया उद्योग में अवसर के विषय पर एक दिवसीय परिसंवाद का आयोजन किया गया है। दुग्धप्रक्रिया विषय पर भी परिसंवाद होगा। कृषि संबंधित बड़ी कंपनियां, संशोधन संस्थाएं,सरकारी विभाग, कृषि महाविद्यालयों की ओर से प्रदर्शनी के माध्यम से तकनीकी की जानकारी दी जाएगी। पत्रकार वार्ता में एग्रोविजन के संयोजक गिरीश गांधी, सचिव रवि बोरटकर, रमेश मानकर, विधायक समीर मेेघे, राजीव पोतदार उपस्थित थे। 

Tags:    

Similar News