ट्रेन में यात्रियों पर जहरीले कीड़ों का हमला, बैग-कपड़ों में घुस गई कॉकरोच की फौज

ट्रेन में यात्रियों पर जहरीले कीड़ों का हमला, बैग-कपड़ों में घुस गई कॉकरोच की फौज

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-08 09:23 GMT
ट्रेन में यात्रियों पर जहरीले कीड़ों का हमला, बैग-कपड़ों में घुस गई कॉकरोच की फौज

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। यशवंतपुर-जबलपुर एक्सप्रेस में उस समय हड़कम्प मच गया जब एक कोच में जहरीले कीड़ों ने यात्रियों पर हमला बोल दिया। कीड़ों से बचने के लिए यात्री कोच में यहां-वहां भागने लगे, इसी बीच कुछ यात्रियों ने बैग निकालने की कोशिश की तो वो यह देखकर दहशत में आ गए कि बैग और थैलों में कॉकरोज की फौज घुसी हुई है, जो बैग्स में रखी खाने-पीने की सामग्री को चट कर गए थे। कीड़ों और काकरोच की फौज देखने के बाद यात्रियों ने रेल स्टाफ को आनन-फानन में बुलवा कर पेस्ट कंट्रोल को लेकर बरती जा रही लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई, जब यात्रियों ने हंगामा मचाया तब यह बात सामने आई कि पेस्ट कंट्रोल के नाम पर ढोंग किया जा रहा है, जिसमें रेलवे के अधिकारी बरसों से जमे ठेकेदार को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। मामले के उजागर होने के बाद रेल प्रशासन ने सीनियर डीएमई-को मणिभूषण से सवाल-जवाब कर पूछा है कि पेस्ट कंट्रोल के नाम पर बरती जा रही लापरवाही से यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। इस मामले में जब सीनियर डीएमई-को से बातचीत की गई तो उन्होंने गोल-मोल जवाब देकर जवाबदारी से बचने का प्रयास किया।

जहां देखो, वहां दिखाई दे रहे थे कॉकरोच

जबलपुर की यात्रा कर रहे विजय नगर निवासी राजेश तिवारी ने बताया कि उनकी बेटी रक्षाबंधन पर्व के लिए जबलपुर आ रही थीं, जिस कोच में वो सफर कर रही थीं, रात होते ही कोच के किनारों से कीड़े और कॉकरोच निकल आए। कॉकरोच उसके कपड़ों, बैग के अंदर भर गए, वहीं खाने की सामग्री थी, उसमें भी कॉकरोच घुसे हुए थे, जिससे वह दूषित हो गया, यह स्थिति ट्रेन के सभी कोचों में थी। उन्होंने बताया कि जबलपुर के कई यात्रियों ने कॉकरोच-चूहों के हमले की शिकायतें पहले भी की हैं।

पेस्ट कंट्रोल के ठेके की जिम्मेदारी एक ही सुपरवाइजर के पास

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर में ट्रेनों का कोचिंग कॉम्पलेक्स में रखरखाव होता है, यहां पर पेस्ट कंट्रोल का ठेका दिया गया है लेकिन इस तरह के मामले सामने आने के बाद यह शक यकीन में बदलने लगता है कि यशवतंपुर एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में सिर्फ दिखावा के लिए ही पेस्ट कंट्रोल हो रहा है, जबकि पिछले लगभग 7 सालों से इसके ठेका का इंचार्ज सत्येन्द्र सिंह नाम का सुपरवाइजर है, जिसकी हद दर्जे की लापरवाही लगातार उजागर हो रही है। जो यात्रियों के लिए नुकसानदायक है।
 

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