स्कूलों के प्रवेश द्वार पर कीचड़, विद्यार्थियों का निकलना मुश्किल 

स्कूलों के प्रवेश द्वार पर कीचड़, विद्यार्थियों का निकलना मुश्किल 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-03 08:26 GMT
स्कूलों के प्रवेश द्वार पर कीचड़, विद्यार्थियों का निकलना मुश्किल 

डिजिटल डेस्क जबलपुर । पिछले कई  दिनों से शहर में सावन की झड़ी लगी हुई है। इस रिमझिम बारिश में ही शासकीय स्कूलों के हालात बद से बदतर हो गए हैं। आलम ये है कि कई विद्यालयों के परिसर कीचड़ से सने हुए हैं, जो आने वाले विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। फिलहाल एक दिन के अंतराल पर कक्षा बारहवीं और ग्यारहवीं की कक्षाएँ संचालित हो रही हैं। कम ही विद्यार्थी स्कूलों तक पहुँच रहे हैं, इसकी वजह स्कूल प्रांगण में कीचड़ व गंदगी मौजूद होना है। उधर पाँच अगस्त से कक्षा नवमीं व दसवीं की क्लासेस भी शुरू होने जा रही हैं लेकिन जिम्मेदार बेखबर हैं। 
 शाउमा कन्या शाला, ब्यौहारबाग
शाला में छात्राओं की संख्या सौ से अधिक है। वर्तमान में स्कूल का पूरा मैदान कीचडऩुमा हो चुका है। कक्षाओं तक पहुंचने के लिए कीचड़ पर मार्बल के टुकड़े रखे गए हैं जिस पर भी पैर फिसलता है। फिलहाल छात्राएँ न के बराबर ही स्कूल पहुँच रही हैं। जो छात्राएँ स्कूल जा रही हैं, उनके जूते कीचड़ में फंस जा रहे हैं। कक्षाओं की छत भी टपक रही है। 
शासकीय हाईस्कूल, रामपुर 
इस शाला के तो गेट पर ही कीचड़ नजर आता है। ये हाईस्कूल है और यहाँ 5 अगस्त से कक्षाएँ शुरू होने जा रही हैं लेकिन  व्यवस्था को लेकर स्कूल विभाग का रवैया उदासीन नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि हर साल बारिश में स्कूल प्रांगण के यही हाल होते हैं। 
इनका कहना है
स्कूल प्राचार्यों को दिशा निर्देश देकर प्रांगण को दुरुस्त रखने कहा जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को कोई तकलीफ न हो 
घनश्याम सोनी, डीईओ 
 

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