जल्द नहीं बरसे बदरा तो सूखा घोषित हो सकता है जबलपुर

जल्द नहीं बरसे बदरा तो सूखा घोषित हो सकता है जबलपुर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-20 17:43 GMT
जल्द नहीं बरसे बदरा तो सूखा घोषित हो सकता है जबलपुर

डिजिटल डेस्क, जबलपुर।  इस वर्ष जबलपुर सामान्य मानसून का पूर्वानुमान होने की घोषणा के बावजूद बारिश को तरस रहा है। मानूसन के आगमन की निर्धारित तिथि बीतने के लगभग दो महीने बाद भी इंद्रदेव के रुठने के कारण जबलपुर धीरे-धीरे सूखे की चपेट में आ रहा है। इस स्थिति में प्रशासनिक स्तर पर खतरे की घंटी बजना शुरु हो गई है और यही वजह है कि कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी ने पूरे जिले से ग्राम वार रिपोर्ट तलब की है।

कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा है कि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कहां कितनी वर्षा हुई है इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इस संबंध में आज होने वाली साप्ताहिक टीएल बैठक में भी चर्चा हो सकती है। कृषि और भू-अभिलेख विभाग के अधिकारियों को विशेष रुप से विस्तृत जानकारी तैयार कर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है, ताकि किसी भी अापातकालीन स्थिति को तत्काल नियंत्रित किया जा सके। वहीं किसानों को आवश्यकतानुसार मदद मुहैया कराई जा सके। अब तक औसत से कम वर्षा हुई है। बारिश के आभाव ने जहां किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, वहीं प्रशासन भी इसको लेकर सकते में हैं। बारिश की कमी के चलते प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। सूत्र बताते हैं कि यदि जल्द ही बारिश के आंकड़े में उछाल नहीं आया तो जिले को सूखा घोषित किया जा सकता है। बताया जाता है कि अब तक कुल 28 इंच बारिश ही हो पाई है, जबकि आम तौर पर अगस्त के महीने में 35 से 40 इंच बारिश हो जाया करती है। 

किसानों को सताने लगी चिंता

बारिश न होने के कारण सबसे ज्यादा चिंता किसानों को हो रही है। जिले के किसानों को समझ नहीं आ रहा है कि सामान्य वर्षा नहीं होने पर वे फसलों की सिंचाई कैसे करेंगे। हालांकि बरगी बांध से सिंचाई का आसरा जरुर है, लेकिन सामान्यत: अधिकांश किसान खरीफ की फसल के लिए बारिश पर ही निर्भर रहते हैं। वहीं दूसरी आेर जिम्मेदारों का दावा है कि बरगी की दांयी और बांयी तट की नहरें लबालब भरी हुई हैं। 

 

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