किसान मुक्त भारत चाहती है भाजपा, हक मांगने पर मिलती है गोली : ज्योतिरादित्य सिंधिया

किसान मुक्त भारत चाहती है भाजपा, हक मांगने पर मिलती है गोली : ज्योतिरादित्य सिंधिया

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-11 08:17 GMT
किसान मुक्त भारत चाहती है भाजपा, हक मांगने पर मिलती है गोली : ज्योतिरादित्य सिंधिया

डिजिटल डेस्क, खजुराहो। मध्यप्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि प्रदेश में हक मांगने पर किसानों को गोली मिलती है। मंदसौर में 6 किसानों की हत्या के 13 माह बाद सरकार रिपोर्ट पेश नहीं कर पाई। तो क्या इन हत्याओं के लिए खुद मुख्यमंत्री जिम्मेदार है, शिवराज सिंह इसका जवाब दें। किसानों के आक्रोश को देखते हुए सरकार ने समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा कर दी, लेकिन उसमें भी किसानों को ठगा गया। लागत मूल्य डीजल पेट्रोल,खाद, बीज, सिंचाई के बढ़ते दाम, का आकलन कर तय नहीं किया गया। इससे लगता है कि भाजपा की केंद्र एवंम प्रदेश सरकार किसान मुक्त भारत चाहती है। सिंधिया ने बुधवार को खजुराहो में संभागीय चुनाव अभियान समिति की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने किसानों की दुर्दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि 10 फीसदी ही सरकारी खरीदी होती है। हर किसान की उपज समर्थन मूल्य से कम पर खरीदी न हो यह बात तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अंदर किसानों का कर्ज माफ होगा। सिंधिया ने प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, बच्चियों के साथ रेप का जिक्र करते हुए कहा कि यह तो तय हो गया है कि प्रदेश में मामा के राज में महिला, बेटियां सुरक्षित नहीं है। प्रदेश महिला हिंसा में सबसे आगे है। शिवराज सिंह को सत्ता में रहने का हक नहीं है।


हवाला,व्यापम बनेगा चुनावी मुद्दा
एक सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ने कटनी के हवाला कांड एवम व्यापम घोटाला को हर मंच पर प्रमुखता से उठाया है। इन दोनों मुद्दों को हम जनता के बीच लेकर जाएंगे तथा चुनावी मुद्दा बनेगा। उन्होंने बुंदेलखंड को कांग्रेस सरकार में दिया गया विशेष पैकेज में हुए भ्रष्टाचार एवम मजदूरों का पलायन,बुंदेलखंड की उपेक्षा, एनटीपीसी, छतरपुर में मेडिकल कॉलेज का जिक्र करते हुए इसे चुनावी मुद्दा बनाने की बात कही।

जीतने वालो को मिलेगी टिकट
सिंधिया ने टिकटों के बंटवारे को लेकर कहा कि मेरी राय है कि जीतने वाले को ही टिकट दी जाय, इसमे गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है। सभी नेता प्रदेश में सरकार बनाने संकल्पित है। 30 फीसदी नए चेहरों को टिकट दी जाय, जिन्होंने कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा और उनका क्षेत्र में प्रभाव और बैक ग्राउंड अच्छा हो ।

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