जानिए- कणकवली में क्यों आमने-सामने हैं भाजपा-शिवसेना, उद्धव ने किसे बताया मायावी राक्षस

जानिए- कणकवली में क्यों आमने-सामने हैं भाजपा-शिवसेना, उद्धव ने किसे बताया मायावी राक्षस

Tejinder Singh
Update: 2019-10-16 16:33 GMT
जानिए- कणकवली में क्यों आमने-सामने हैं भाजपा-शिवसेना, उद्धव ने किसे बताया मायावी राक्षस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्यभर में भले ही भाजपा-शिवसेना गठबंधन कर चुनाव लड़ रही हैं लेकिन सिंधुदुर्ग जिले की कणकवली सीट पर दोनों दल आमने-सामने हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा कणकवली से भाजपा उम्मीदवार नितेश राणे के लिए चुनाव प्रचार के बाद बुधवार को शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे यहां से अपने उम्मीदवार सतीश सावंत के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। इस दौरान उद्धव ने भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे पर जमकर हमला बोला। उद्धव ने कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस मेरे अच्छे मित्र हैं। युति होने के नाते वे यहां शिवसेना उम्मीदवार को जीताने आए थे। उन्होंने कहा कि नारायण राणे को समय रहते शिवसेना से निकाला गया इस लिए शिवसेना इतनी आगे बढ़ सकी। उन्होंने कहा कि वे (राणे) अब भाजपा के गले पड़े हैं, इसके लिए पार्टी को मेरी शुभकामनाएं।

उचित समय पर युति के ‘खडे नमक’ को करेंगे किनारे

राणे को मायावी राक्षस बताते हुए उद्धव ने कहा कि मुख्यमंत्री जब पांच साल तक रुके थे तो उन्हें राणे को अपनी पार्टी में भर्ती करने के लिए पांच दिन और रुक जाना चाहिए था। शिवसेना पक्ष प्रमुख ने कहा कि युति के इस (राणे) ‘खडे नमक’ को उचित समय पर किनारे लगाऊंगा। उद्धव ने कहा कि आज स्वाभिमान शब्द बहुत खुश हुआ होगा। अब उसकी जान छुटी। गौरतलब है कि नारायण राणे की पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का भाजपा में विलय हो चुका है। इस पर कटाक्ष करते हुए उद्धव ने कहा कि यह स्वाभिमान नहीं लाचारी है। 

संदेश पारकर शिवसेना में शामिल

सिंधुदुर्ग के भाजपा नेता संदेश पारकर उद्धव की मौजूदगी में शिवसेना में  शामिल हो गए। पारकर राणे परिवार को भाजपा में शामिल किए जाने से नाराज थे। 
   
 

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