गोवा और केरल की तरह पर्यटन का केंद्र बनेगा कोंकण

गोवा और केरल की तरह पर्यटन का केंद्र बनेगा कोंकण

Tejinder Singh
Update: 2018-04-15 12:55 GMT
गोवा और केरल की तरह पर्यटन का केंद्र बनेगा कोंकण

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र का कोंकण प्राकृतिक छटां, खूबसूरत निर्मल समुद्र तटों, एतिहासिक किलों और मंदिरों के लिए जाना जाता है। बड़ी संख्या में पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां सब कुछ मौजूद है। इसके बावजूद जहां गोवा में पर्यटकों का तांता लगा रहता है वहीं कोंकण उपेक्षा की शिकार है। अब राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर हालात बदलने की कोशिश शुरू कर दी है। इसके तहत इलाके में बुनियादी सुविधाएं ठीक करने और पर्यटकों को इलाके की जानकारी देने की कोशिश की जाएगी।

कोंकण में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार मई महीने में सेमिनार, वर्कशॉप और जगह-जगह प्रदर्शनी का आयोजन करेगी। कोशिश होगी कि पर्यटकों, पर्यटन से जुड़ी कंपनियों और स्थानीय निवासियों को जोड़ा जाए। इस काम के लिए निजी क्षेत्र की कंपनियों की भी मदद ली जाएगी। देश दुनिया को कोंकण के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए आगानी 20 और 21 मई को मुंबई स्थित सहारा होटल में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे। केंद्रीय आयुषमंत्री श्रीपद नाईक और केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री केजे अस्फांसो समेत कई गणमान्य सेमिनार में शामिल होंगे।

सेमिनार में पर्यटकों, क्षेत्र में दिलचस्पी रखने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों और दुनियाभर में घूमने वाले लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके बाद 500 से ज्यादा लोगों को मुंबई, रायगढ, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग जिलों के उन इलाकों का दौरा कराया जाएगा जहां पर्यटन की संभावनाएं हैं। रिवर्स एंड माउंटेंट्स टूरिज्म के मालिक दिनेश कानजी के मुताबिक इस पहल से देश दुनिया के लोगों को कोंकण की खूबसूरती की जानकारी मिलेगी और हम साबित कर सकेंगे कि प्राकृतिक खूबसूरती के मामले में कोंकण गोवा और केरल से भी बेहतर है।

पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए फडणवीस सरकार ने तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी विजय कुमार गौतम को विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल भी अब सक्रिय है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेरिटेज पॉलिसी और मुंबई शॉपिंग फेस्टिवल की भी तैयारी चल रही है। 

720 किमी समुद्री किनारा
महाराष्ट्र में समुद्री किनारा 720 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यहां आंबोली घाट, भोगवे, मोचेमाड, श्रीवर्धन, अलीबाग, हरिहरेश्वर, दापोली, डहाणू, डहाणू, पालघर, जैसे बेहद खूबसूरत समुद्री किनारें हैं। इसके अलावा इलाके में कई खूबसूरत मंदिर और ऐतिहासिक किले भी हैं। सरकार को उम्मीद है कि मुंबई-गोवा हाईवे चार लेन का बनाने और कोंकण में एयरपोर्ट का काम पूरा होने के बाद पर्यटन जोर पकड़ेगा। जयकुमार रावल, पर्यटन मंत्री के मुताबिक कोंकण के समुद्री तट, ऐतिहासिक किले और मंदिर शानदार हैं, जानकारी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव में पर्यटक वहां नहीं जाते हम हालात बदलने की कोशिश कर रहे हैं

Similar News