झोपड़ी में रहने रही मज़दूर महिला को थम दिया 33 हज़ार का बिजली बिल

झटका झोपड़ी में रहने रही मज़दूर महिला को थम दिया 33 हज़ार का बिजली बिल

Tejinder Singh
Update: 2021-11-30 13:01 GMT
झोपड़ी में रहने रही मज़दूर महिला को थम दिया 33 हज़ार का बिजली बिल

डिजिटल डेस्क, मालेगांव। ग्राम बोरगांव में कुड़ की झोपड़ी में रहनेवाली विधवा, खेतिहर मज़दूर महिला को महावितरण कम्पनी की ओर से 10 माह का 33 हज़ार रुपए बिल देने का कारनामा किया गया। इस कारण जोगी समाज की यह निराश्रित महिला हैरान-परेशान होने के साथ ही महावितरण कार्यालय के चक्कर लगा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 60 वर्षीय बत्ताबाई सुदाम शिंदे तहसील के ग्राम बोरगांव में रहती है। घुमंतू नाथजोगी समाज की इस महिला के पति का निधन हो चुका है और वह अपने बच्चों के साथ कुड़ की एक कच्ची झोपड़ी में रहती है। उसके पास झोपड़ी पर टीन डालने तक के पैसे नहीं है और मेनकापड ड़ालकर जैसे-तैसे मेहनत-मज़दूरी कर संसार चला रही है। झोपड़ी में केवल दो ही लाईट है और अन्य कोई भी विद्युत उपकरण नहीं है। ऐसे में इस विधवा निराश्रिम खेतिहर मज़दूर महिला को महावितरण की ओर से 1 जनवरी 2021 से 11 नवंबर 2021 तक 10 माह का बिजली बिल 33 हज़ार 450 रुपए भेजा गया है।

विशेष बात तो यह है की कहीं बिजली कनेक्शन ना काटा जाए, इस डर से उक्त महिला दिन-रात मेहनत कर 19060 रुपए बिजली बिल 6 मर्तबा भर चुकी है लेकिन फिर भी 11 नवंबर को कम्पनी द्वारा पुन: 14 हज़ार 610 रुपए का बिजली महिला को भेजा गया है, जो उसे भरना ही होगा, ऐसा कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारियों ने महिला से कहा है । इसे लेकर कम्पनी के कर्मचारियों ने सर्च रिपोर्ट भी दिया है । इस महिला का शेष बिजली बिल महावितरण से माफ करते हुए नया मिटर लगाकर देने अन्यथा इस वृद्धा और उसके बच्चों को साथ लेकर महावितरण कार्यालय के समक्ष अनशन आंदोलन करने की चेतावनी पारीसनाथ लांडकर ने दी ।

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