गांव के खेत में मरा पड़ा था तेंदुए का शावक, मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम 

गांव के खेत में मरा पड़ा था तेंदुए का शावक, मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम 

Tejinder Singh
Update: 2019-01-20 13:15 GMT
गांव के खेत में मरा पड़ा था तेंदुए का शावक, मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम 

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। घाटंजी स्थित कवठा गांव के जंगल से सटे एक खेत में तेंदुए का शावक मृत दिखाई दिया। इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी गई। जानकारी मिलते ही अधिकारी घटनास्थल पहुंचे। इसके बाद मामले की जांच शुरु कर दी गई। लगातार जंगली जानवरों के हमलों में लोगों की मौत और जंगली जानवरों के मृत होने की घटनाओं ने वन विभाग को पशोपेश में डाल रखा है। विदर्भ में बाघ की मौत और हमले वन प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं। 

इससे पहले बाघ पवनी वाइल्ड लाईफ रेंज में मृत पाया गया था। कम्पार्टमेंट नं 215 जो चिचगांव बीट में आता है, वहां बाघ को पार्यटकों ने बेसुध पड़ा देखा था, जिसकी सूचना तुरंत वाइल्ड लाईफ के आरएफओ को दी गई थी। मौके पर पहुंचकर जब देखा गया, तो बाघ मृत पड़ा था। घटना की पुष्टि होने के बाद मृत्यु के कारण का पता लगाने के लिए एनटीसीए एसओपी की प्रक्रिया के तहत जांच शुरु हुई थी।

कुछ दिनों पहले यवतमाल की ही मरखेड तहसील के खरूस गांव में एक तेंदुआ अचानक कुएं में गिर गया था। जिसे मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया था। तेंदुए को इन्जेक्शन देकर जालीदार पिंजरे में डालकर बाहर निकाल लिया गया था, हालांकि काफी घंटों तक वो कुएं के बीचों बीच खाट पर झूलता रहा। तड़के 4 बजे तेंदुआ कुएं में गिरा था, लेकिन अच्छी बात थी कि रेस्क्यू तक तेंदुआ वो जिन्दा रहा। भूखा होने की वजह से कमजोर महसूस कर रहा था। पिंजरा आने के बाद उसे बाहर निकाला गया। जो दूसरे स्थान से बुलवाया गया था।

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