गैंगस्टर संतोष आंबेकर के साथियों की लिस्ट और हुई लंबी, अकोला में भी निवेश कर रखी थी रकम

गैंगस्टर संतोष आंबेकर के साथियों की लिस्ट और हुई लंबी, अकोला में भी निवेश कर रखी थी रकम

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-08 08:49 GMT
गैंगस्टर संतोष आंबेकर के साथियों की लिस्ट और हुई लंबी, अकोला में भी निवेश कर रखी थी रकम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इतवारी नागपुर के बदमाश संतोष आंबेकर के काले कारनामे और साथियों के नामों की सूची खत्म ही नहीं हो रही है। नागपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने आरोपी जगन जगदाले मुंबई और कृष्णा थोटांगे अकोला निवासी को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। जगन जगदाले और कृष्णा ने  संतोष आंबेकर की बड़ी रकम अकोला में निवेश कर रखी है। 

जेल से छूटने के बाद शामिल किया गैंग में
जगन और कृष्णा एक दूसरे के मित्र हैं। संतोष आंबेकर जब नाशिक जेल में बंद था, तब किसी मामले में जगन भी नाशिक जेल में बंद था। इसी जेल में उसकी संतोष आंबेकर से दोस्ती हुई थी। जेल से छूटने के बाद आंबेकर ने जगन को अपनी गैंग में शामिल कर लिया। मुंबई की गलियों में ऑटो चलाने वाला जगन कम समय में ही अकूत दौलत कमा लिया। कृष्णा थोटांगे भी अकोला में कंस्ट्रक्शन कंपनी का संचालक है। जमीन और सोना बिक्री के मामले में कई लोगों से ठगी करने वाले अपराधी संतोष आंबेकर का संतरानगरी में काफी दबदबा था। उस पर हफ्ता वसूली, हत्या, हत्या के प्रयास सहित एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इस शातिर अपराधी के लिए जगन और कृष्णा काम करते थे। 

तलाशी में संदिग्ध दस्तावेज हाथ लगे
इन आरोपियों की काफी दिनों से पुलिस को तलाश थी। कृष्णा थोटांगे को जब लगने लगा कि वह पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच पाएगा, तब उसने अपने वकील के साथ नागपुर की न्यायालय में खुद को सरेंडर कर लिया। कृष्णा के अकोला निवास पर नागपुर की क्राइम ब्रांच ने तलाशी ली। उसके घर से कुछ संदिग्ध दस्तावेल पुलिस के हाथ लगे हैं। क्राइम ब्रांच पुलिस विभाग के सहायक  पुलिस आयुक्त किशोर जाधव ने बताया कि उन्होंने अकोला में कृष्णा के घर की तलाशी ली है। इस तलाशी में क्या-क्या पुलिस को मिला है। इसका खुलासा नहीं कर सकते हैं। जगन और कृष्णा कुख्यात बदमाश संतोष आंबेकर के सबसे करीबी साथी हैं। जगन जगदाले ने ही गुजरात के व्यापारी जिगर पटेल से आंबेकर की पहचान कराई थी। 

सोने का सौदागर बताकर कराता था परिचय  
सूत्र बताते हैं कि मुंबई में बड़े व्यापारियों को सस्ते में सोना दिलवाने का झांसा जगन दिया करता था। वह  संतोष आंबेकर को जब भी किसी बड़े व्यापारी से बातचीत कराता था, तब उसे यही बताता था कि वह सोने के सबसे बड़े सौदागर से बात करवा रहा है। व्यापारियों से बड़ी रकम लेने के बाद आंबेकर उन्हें धमकी देने लगता था। आंबेकर ने मुंबई के कई बड़े व्यापारियों को चूना लगाया है। वह बड़ी रकम लेने के बाद उनसे ही फिरौती की मांग करता था। नागपुर की पुलिस ने जब आंबेकर पर शिकंजा कसा, तब जगन और कृष्णा फरार हो गए थे। जिगर पटेल की शिकायत पर जब सीताबर्डी थाने में संतोष आंबेकर और उसकी गैंग के साथियों पर 5 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज हुआ, तब उसके सारे काले कारनामे उजागर होने लगे। आंबेकर के कारनामों की लंबी फेहरिस्त है, जो परत दर परत उजागर हो रही है। बता दें कि संतोष आंबेकर सहित उसके एक दर्जन से अधिक साथियों पर मकोका की कार्रवाई की गई है, इसमें जगन जगदाले भी शामिल है।

बदमाश आंबेकर पर चार बार  लग चुका है मकोका
सूत्रों के अनुसार जिगर पटेल के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में संतोष आंबेकर सहित उसकी गैंग के 8 सदस्यों के खिलाफ नागपुर शहर पुलिस ने मकोका लगाया है। संतोष के आपराधिक रिकार्ड की लंबी फेहरिस्त है। इसके पहले भी संतोष पर मकोका के तहत 4 बार मामला दर्ज किया जा चुका है।

वर्ष 2019 में संतोष के अलावा उसके भांजे नीलेश केदार, मुंबई निवासी चंदन ओमप्रकाश चौधरी, जूही चंदन चौधरी, अंकलेश्वर, गुजरात निवासी अंकित कुमार महेंद्र पटेल, मलाड मुंबई निवासी अजय लक्ष्मण पटेल, सूरत, गुजरात निवासी अरविंद द्वारका पटेल और खरे टाउन, धरमपेठ निवासी राजा गुलाबराव अरमरकर पर मकोका की कार्रवाई की गई है। इनमें आरोपी राजा अरमरकर इस गिरोह के सरगना से सोना की खरीदी-विक्री में दांव पेंच बताया करता था।

नागपुर शहर के सराफा जगत क्षेत्र में पहली बार किसी सराफा कारोबारी पर मकोका की कार्रवाई की गई। संतोष के करीबी माने जाने वाले सराफा व्यापारी राजा अरमरकर कुख्यात बदमाश संतोष की काली कमाई संभालता था। पुलिस को उसके घर से प्रापर्टी से संबंधित कई दस्तावेज मिले थे। इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच के अलग-अलग दल तैयार किए गए थे। 
 

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