आप ने 17 दलों के साथ मिलकर बनाया महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी

आप ने 17 दलों के साथ मिलकर बनाया महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-07 12:47 GMT
आप ने 17 दलों के साथ मिलकर बनाया महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आम आदमी पार्टी (आप) ने 17 दलों के साथ मिलकर नया गठबंधन महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी बनाया है। इस आघाड़ी में विदर्भ की 12 पार्टियों का समावेश है। आप सहयोगी दलों के साथ मिलकर नागपुर में 9 फरवरी को महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी की ताकत दिखाएगी। आप सहयोगी दलों के साथ मिलकर लगभग 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें विदर्भ की 7 से 8 सीटें शामिल होंगी। गुरुवार को आप के प्रदेश अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने यह जानकारी दी।

पत्रकारों से बातचीत में सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी में सांसद राजू शेट्टी की पार्टी के अलावा अन्य दूसरी पार्टियां जुड़ेंगी। सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र समृद्ध आघाड़ी विदर्भ में 7 से 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। शेष महाराष्ट्र में लगभग 19 और मुंबई में सभी सभी सीटों पर लड़ेंगे। सावंत ने कहा कि हमारा विरोध भाजपा का है, लेकिन कांग्रेस भी धर्मनिरपेक्षता के नाम पर लगातार धोखा दे रही है। पार्टी केवल अपने निजी स्वार्थ के लिए गैर भाजपाई दलों का इस्तेमाल करना चाहती है। इसलिए हमने राज्य में विकल्प के लिए रूप में तीसरा मोर्चा बनाने का फैसला किया है।

सावंत ने कहा कि कांग्रेस की बेईमानी उत्तर प्रदेश में सबके सामने आ गई। उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ सपा और बसपा ने गठबंधन किया। दोनों दलों ने मिलकर कांग्रेस के लिए दो सीट छोड़ने का फैसला किया। इसके बाद कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की। साथ ही कांग्रेस ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के रूप में अपने आखिरी हथियार को उतार दिया, लेकिन कांग्रेस का यह दांव फेल होगा। 

महाराष्ट्र में पर वोट मांगेंगी दिल्ली के नाम पर 
सावंत ने कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नए पार्टी होने के बावजूद हमारा प्रदर्शन ठीक था। दिल्ली में आप की सरकार ने पिछले चार सालों में बेहतर काम किया है। अब लोकसभा चुनाव में राज्य में हम वोटरों को दिल्ली की केजरीवाल सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे और कहेंगे कि हम दिल्ली की तरह राज्य में भी बदलाव ला सकते हैं। 

पृथक विदर्भ को समर्थन 
ब्रिगेडियर सावंत ने कहा कि आप का पृथक विदर्भ राज्य बनाने की मांग का समर्थन है। उन्होंने कहा कि पार्टी छोटे राज्यों की परिकल्पना का समर्थन करती है। महाराष्ट्र में आज एक मराठी भाषिक मुख्यमंत्री हैं। यदि चार मराठी भाषिक मुख्यमंत्री होंगे तो दिल्ली में हमारा कद बढ़ेगा। सावंत ने कहा कि आगे चलकर अलग मराठवाड़ा राज्य बनाने की मांग भी उठ सकती है। 
 

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