तेरह से तीन में आने के लिए महाराष्ट्र ने शुरू की मशक्कत, कारोबार सुगमता में 13वें स्थान पर है राज्य
तेरह से तीन में आने के लिए महाराष्ट्र ने शुरू की मशक्कत, कारोबार सुगमता में 13वें स्थान पर है राज्य
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश के सबसे बड़े औद्योगिक राज्यों में से एक महाराष्ट्र कारोबार सुगमता यानि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में काफी फिसड्डी है। इसलिए राज्य की फडणवीस सरकार ने महाराष्ट्र को 13 वें स्थान से पहले तीन राज्यों मे शामिल करने का लक्ष्य तय किया है। राज्य के मुख्य सचिव दिनेश कुमार जैन ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मंशा पूरी करने के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिख कर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जुटने का निर्देश दिए हैं।
देश में कारोबार करने की सुगमता को लेकर औद्योगिक नीति एवं सवर्द्धन विभाग (डीआईपीपी) और विश्व बैंक द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच रैंकिंग की गई थी। डीआईपीपी, विश्वबैंक के साथ मिलकर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कारोबार सुगमता के आधार पर रैंकिंग करता है। डीआईपीपी कारोबारी क्षेत्र में और सुधार लाने के लिये कारोबार सुधार कार्ययोजना (ब्रैप) के तहत यह रैंकिंग करता है। इसमें आंध्र प्रदेश पहले स्थान पर है जबकि औद्योगिक रुप से काफी आगे महाराष्ट्र को 13 वां स्थान मिला है।
महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और झारखंड जैसे राज्यों से भी पिछड़ गया है। इसलिए मुख्यमंत्री फडणवीस ने तय किया है कि एक साल के भीतर महाराष्ट्र को तेरहवे स्थान से पहले तीन राज्यों में शामिल कराना है। इसके लिए राज्य के मुख्य सचिव श्री जैन ने उद्योग, कामगार सहित सभी संबंधित विभागों को पत्र भेजकर सरकार द्वारा तय लक्ष्य हासिल करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है। इस बाबत कामगार विभाग के एक अधिकारी कहते हैं कि कारोबार सुगमता के मामले में महाराष्ट्र की इतनी खराब हालत नहीं है जैसी रैंकिंग मिली है। हम यह लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
गौरतलब है कि भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग की शुरूआत देश में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रतिस्पर्धा का माहौल पैदा करने के लिए किया गया था। इसके पीछे सरकार की मंशा थी कि व्यापार के दृष्टिकोण से एक राज्य दूसरे राज्य से होड़ करे और संभव सुधार लागू करे।
कौन किस पायदान पर
राज्य रैंकिंग
आंध्रप्रदेश प्रथम
तेलंगाना द्वितीय
हरियाणा तृतीय
झारखंड चौथा
गुजरात पांचवां
छत्तीसगढ छठा
मध्यप्रदेश सातवा
कर्नाटक आठवा
राजस्थान नौवा
पश्चिम बंगाल दसवा
उत्तर प्रदेश बारहवां
महाराष्ट्र तेरहवां