नागपुर जिला अस्पताल में खुलेंगे मेमरी क्लिनिक, बढ़ रही अल्जाइमर मरीजों की संख्या

नागपुर जिला अस्पताल में खुलेंगे मेमरी क्लिनिक, बढ़ रही अल्जाइमर मरीजों की संख्या

Tejinder Singh
Update: 2018-01-08 15:45 GMT
नागपुर जिला अस्पताल में खुलेंगे मेमरी क्लिनिक, बढ़ रही अल्जाइमर मरीजों की संख्या

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में अल्जाइमर और मेमोरी स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए जिला अस्पतालों में मेमरी क्लिनिक शुरू करने का निर्णय लिया गया है। नागपुर, नाशिक, पुणे, मुंबई, ठाणे और सिंधुदुर्ग जिले में मरीजों के लिए डे केयर सेंटर शुरू किए जाएंगे। सोमवार को मंत्रालय में समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दीपक सावंत ने यह जानकारी दी। सावंत ने कहा कि राज्य के सभी जिला अस्पतालों में मेमरी क्लीनिक शुरू करने का फैसला लिया गया। पहले चरण में राज्य के छह जिलों में डे केयर सेंटर शुरू किए जाएंगे। इसमें अल्जाइमर के मरीजों की स्मरण शक्ति की जांच के बाद मरीजों का इलाज किया जाएगा। सावंत ने कहा ठाणे के मानसिक अस्पताल में 1400 मरीजों की जांच होती है। इसमें लगभग छह से सात मरीज अल्जाइमर और मेमोरी स्ट्रोक के होते हैं। कई बार सामाजिक डर से मरीज इलाज कराने के लिए आगे नहीं आते। इसके मद्देनजर राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता अभियान चलाया है। सावंत ने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को इस बारे में जानकारी देना उपयुक्त साबित होगा। 

इससे जुड़ी खास जानकारी

डेमेनशिया एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति को दिमागी रूप से कमजोर कर देती है, इतना कमजोर कि व्यक्ति सामान्यतः चीजें भूलने लग जाता है। यह बीमारी लोगों में बढ़ती उम्र के दौरान होती है जिसका पूरी तरह से इलाज अभी तक संभव नहीं हुआ है। इस बीमारी को एक और नाम से जाना जाता है जिसे अल्जाइमर भी कहते हैं। अल्जाइमर के पहले लक्षण का पता चलने में ही 10 से बीस साल लग जाते हैं। आपको बतादें द डिफॉल्ट मोड नेटवर्क दिमाग का वो हिस्सा है, जो कई सारे कामों की फंक्शनिंग करता है। सबसे ज्यादा एक्टिव जागते वक्त रहता हैं।

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