पड़ोस में रहने वाली बालिका से नाबालिगों ने किया दुष्कर्म, वीडियो क्लिप भी बनाई

पड़ोस में रहने वाली बालिका से नाबालिगों ने किया दुष्कर्म, वीडियो क्लिप भी बनाई

Anita Peddulwar
Update: 2019-11-14 05:59 GMT
पड़ोस में रहने वाली बालिका से नाबालिगों ने किया दुष्कर्म, वीडियो क्लिप भी बनाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मतिमंद बालिका के साथ पड़ोस के दो किशोरों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। मोबाइल में वीडियो भी बनाया। प्रकरण दर्ज कर कोराड़ी पुलिस ने दोनों किशोरों को हिरासत में लेकर बुधवार को अदालत में पेश किया। उन्हें सुधारगृह भेजा गया है। 

ऐसे खुली पोल
पीड़िता (11) की दिमागी हालत कमजोर है। उसके साथ पड़ोस के ही 16 और 17 वर्षीय किशोरों ने यह कृत्य किया। एक किशोर कक्षा 9वीं में पढ़ता है, जबकि दूसरे ने पढ़ाई छोड़ दी है। पड़ोसी होने के कारण बालिका का किशोरों के घर में आना-जाना था। वह उनके साथ खेलती भी थी। 28 मई से 1 जुलाई 2019 के बीच दोनों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। प्रतिकार करने और शोर मचाने पर किशोरों ने उसका मुंह दबा दिया। फिर जान से मारने की धमकी दी। डरी-सहमी बालिका ने इसके बाद किशोरों के घर जाना बंद कर दिया था। वह घर में ही गुमसुम पड़ी रहती थी, जबकि बालिका और किशोरों के माता-पिता के बीच घरेलू संबंध हैं। कुछ दिन बाद उसकी मां ने किशोरों के घर नहीं जाने और उनके साथ नहीं खेलने का कारण पूछा तो  वाकया सामने आया। 

चिकित्सकीय जांच में पुष्टि
बालिका ने पुलिस और परिजनों को बताया कि किशोरों ने मोबाइल में उसका अश्लील वीडियो भी बनाया था। सत्यता जानने के लिए पुलिस ने बालिका की चिकित्सकीय जांच कराई। दुष्कर्म की पुष्टि होते ही प्रकरण दर्ज कर दोनों किशोरों को हिरासत में लिया गया। बुधवार की दोपहर संबंधित अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सुधारगृह भेज दिया गया है। बरामद मोबाइल में अश्लील सामग्री नहीं मिली है। सामग्री उड़ाने का संदेह है।  पुलिस जांच के लिए  मोबाइल फोरेंसिक लैब में भेजने वाली है। सहायक निरीक्षक कल्पना चव्हाण मामले की जांच कर रही हैं।

ओपन प्लेटफॉर्म का नतीजा
आज सभी के हाथ में मोबाइल है। ओपन प्लेटफॉर्म होने के कारण एडल्ट से संबंधित सारी चीज़ें वहां आसानी से मिल जाती हैं। बच्चों को वीडियो देखकर एडवेंचर लगता है, जबकि वह गलत है। इसके परिणाम हमें देखने को मिलते हैं। उन्हें पढ़ाई या भविष्य से संबंधित विषय में रुचि लेनी चाहिए, जो वो नहीं लेते है। इस तरह की घटना कारण बनती है।
-डॉ. सागर छिदरवार, मनोरोग विशेषज्ञ
 

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