वाहन चोरों का अड्डा बनी मुंबई : 255 करोड़ की गाड़ियां में सिर्फ 75 करोड़ रुपए की बरामदगी

वाहन चोरों का अड्डा बनी मुंबई : 255 करोड़ की गाड़ियां में सिर्फ 75 करोड़ रुपए की बरामदगी

Tejinder Singh
Update: 2019-05-08 13:27 GMT
वाहन चोरों का अड्डा बनी मुंबई : 255 करोड़ की गाड़ियां में सिर्फ 75 करोड़ रुपए की बरामदगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई गाड़ी चोरों के लिए भी मुफीद साबित हो रही है। पिछले छह सालों में महानगर से चोरों ने करीब 255 करोड़ रुपए की गाड़ियां चुराईं हैं। हैरानी की बात ये है कि मुंबई पुलिस इनमें से करीब 75 करोड़ रुपए की ही गाड़ियां बरामद कर पाई है यानी पुलिस गाड़ी चोरी के करीब 29 फीसदी मामलों को ही सुलझा पाई है। आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने आरटीआई के तहत महानगर से पिछले छह सालों में चोरी हुई गाड़ियों की जानकारी मांगी थी। जवाब में मुंबई पुलिस ने जो आंकड़े दिए हैं उसके मुताबिक जनवरी 2013 से दिसंबर 2018 तक महानगर में वाहन चोरी के कुल 19907 मामले दर्ज किए गए हैं। चोरी हुई गाड़ियों की कुल कीमत 254  करोड़ 65 लाख 77 हजार 159 रुपए है। जिनमें से मुंबई पुलिस कुल 5732 मामलों की गुत्थी सुलझाते हुए 75 करोड़ 50 लाख 9 हजार 321 रुपए कीमत के वाहन बरामद करने में कामयाब रही। बता दें कि मुंबई में करीब 70 लाख वाहन हैं और इनकी संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। महानगर में पांच हजार सीसीवीटी कैमरे लगाए जाने का असर होता नहीं दिख रहा क्यों कि साल 2017 के मुकाबले 2018 में गाड़ी चोरी की ज्यादा वारदातें समाने आईं लेकिन पुलिस ने चोरी के मामले सुलझाने की दर में भी काफी सुधार किया है। बता दें कि गाड़ी चोरी के मामले में कई बार अंतर्राज्यीय गिरोहों की संलिप्तता का बात सामने आई हैं। महानगर से चोरी होने वाली गाड़ियां उत्तर भारत के राज्यों और नेपाल में बेंच दी जाती है। इसके अलावा गाड़ी चोर कई बार इसे भंगार में भी बेंच देते हैं।

किस साल कितनी गाड़ियां हुईं चोरी

साल       दर्ज मामले     कीमत (रू)         सुलझे मामले

2013        3789       621343556             859
2014        3474       522607084             906
2015        3311        404571864             840
2016        3118        384075485             861
2017        3012        298613601             935
2018        3203        315365569           1331
 

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