पुलवामा हमले के विरोध में मुंबई का मुस्लिम बहुल इलाका रहा बंद, आज नहीं खुलेगा कपड़ा बाजार

पुलवामा हमले के विरोध में मुंबई का मुस्लिम बहुल इलाका रहा बंद, आज नहीं खुलेगा कपड़ा बाजार

Tejinder Singh
Update: 2019-02-15 15:20 GMT
पुलवामा हमले के विरोध में मुंबई का मुस्लिम बहुल इलाका रहा बंद, आज नहीं खुलेगा कपड़ा बाजार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को मुंबई के मुस्लिम बाहुल इलाके भिंडी बाजार को बंद रखा गया। रजा अकादमी की अगुआई में सैकड़ों मुसलमानों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान मुर्दाबाद, हाफिज सईद, अजहर मसूद मुर्दाबाद और कश्मीर हमारा है के नारे लगाए। इस दौरान भिंडी बाजार से मुहम्मद अली रोड तक भारत के झंडे लहराते हुए रैली निकाली गई। रजा अकादमी के महासचिव मोहम्मद सईद नूरी ने कहा कि इस कायराना हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और पाकिस्तान सीमा पर मौजूद आतंकी कैंपों पर बमबारी कर उन्हें नष्ट कर देना चाहिए। भिंडी बाजार बेहद भीड़भाड़ वाला कारोबारी इलाका है। इसके बावजूद आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को यहां कारोबारियों ने दुकानें बंद रखी। हमले के विरोध में सुबह 10 बजे इमाम अहमद रजा चौक पर इकठ्ठा हुए इसके बाद जो दुकाने खुलीं थीं दुकानदारों से उसे भी बंद करने की अपील की गई। इसके बाद दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। भिंडी बाजार के अलावा हंडीवाला मस्जिद और सुन्नी बिलाल मस्जिद के बाहर भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किए।       

बंद रहेगा मुंबई का कपड़ा बाजार 

जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकवादी हमले के विरोध में मुंबई का कपड़ा बाजार शनिवार को बंद रहेगा। भारत मर्चेंट्स चेंबर ने आतंकी हमले के खिलाफ मुंबई का पूरा थोक कपड़ा बाजार को बंद रखने का आह्वान किया है। चेंबर ने केंद्र सरकार ने आंतकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 
पुलवामा में शहीद संजय राजपूत चार दिन पहले ही गया था नागपुर से

सुबह 8 बजे विमान से नागपुर पहुंचेगा शहीद का पार्थिव शव 

पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हलवदार संजय राजपूत 11 फरवरी को ही नागपुर से श्रीनगर के लिए रवाना हुए थे। हवलदार संजय की 115 (श्रीनगर) बटालियन में तीन साल के लिए पोस्टिंग हुई थी। नियति को कुछ आैर ही मंजूर था आैर 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अन्य जवानों के साथ संजय भी शहीद हो गए। संजय के शहीद होने की सूचना नागपुर पहुंची तो परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। तिरंगे में लिपटा संजय का पार्थिव शनिवार सुबह 8 बजे दिल्ली से विमान से नागपुर एयरपोर्ट पहुंचेगा। बुलढाणा जिले के मलकापुर के संजय राजपूत 1996 में केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) में सिपाही (जनरल ड्यूटी) के रूप में भर्ती हुए थे। 20 साल बाद उन्हें हवलदार के रूप में पदोन्नति मिली थी। 213 महिला बटालियन में तैनात हवलदार संजय का तबादला श्रीनगर की 115 बटालियन में हुआ था। 11 फरवरी को ही संजय नागपुर से श्रीनगर के लिए रवाना हुए थे। जम्मू-कश्मंीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में संजय शहीद हो गए। शहीद संजय की पत्नी सुषमा दो बेटों के साथ नागपुर में सीआरपीएफ कैंप में रहती है। यह सूचना घर पहुंचते ही पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। संजय के दोनों बेटे सीआरपीएफ कैंप एरिया स्थित केंद्रीय विद्यालय में 6 वीं व 7 वीं कक्षा में पढ़ते है। शुक्रवार दोपहर बाद सीआरपीएफ के जवान शहीद संजय की पत्नी व बच्चों को लेकर मलकापुर चले गए। सीआरपीएफ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहीद संजय का पार्थिव शनिवार सुबह 8 बजे दिल्ली से विमान से नागपुर पहुंचेगा। नागपुर एयरपोर्ट पर जिला प्रशासन की और से विभागीय आयुक्त डा. संजीवकुमार, पुलिस आयुक्त डा. बी के उपाध्याय, सीआरपीएफ के डीआईजी, कमांडंट व प्रभारी जिलाधीश प्रकाश पाटील नागपुर एयरपोर्ट पर पार्थिव पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रध्दांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद पार्थिव मलकापुर स्थित घर ले जाया जाएगा। पार्थिव सड़क मार्ग या चॉपर से ले जाया जा सकता है। मलकापुर में पूरे शासकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार होगा। पुलिस की तरफ से हवा में कई राउंड फायर कर शहीद संजय को श्रध्दांजिल दी जाएगी। 

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