जागरुकता के कारण मुस्लिम बच्चियों के स्कूल छोड़ने की दर में आई कमी -  नकवी

जागरुकता के कारण मुस्लिम बच्चियों के स्कूल छोड़ने की दर में आई कमी -  नकवी

Tejinder Singh
Update: 2018-12-30 09:29 GMT
जागरुकता के कारण मुस्लिम बच्चियों के स्कूल छोड़ने की दर में आई कमी -  नकवी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार के शैक्षणिक सशक्तिकरण कार्यक्रम के कारण मुस्लिम बच्चियों में स्कूल छोड़ने की दर 35 से 40 प्रतिशत हो गई है। जबकि पहले यह आकड़ा 70 प्रतिशत तक था। नकवी ने कहा कि आने वाले वर्षों में बच्चियों के स्कूल छोड़ने की दर शून्य तक लाने के लिए सरकार एक मिशन के रूप में काम कर रही है। शनिवार को नकवी ने बांद्रा में डॉ. एमआईजे गर्ल्स हाईस्कूल एण्ड जूनियर कॉलेज में स्कूली इमारत और पुस्तकालय की आधारशिला रखी। इस मौके पर नकवी ने समाज के कमजोर वर्गों का राजनीतिक शोषण को रोकने के लिए उनके शैक्षणिक सशक्तिकरण की अपील की।

नकवी ने कहा कि सरकार ने इस साल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल मोबाइल ऐप (एनएसपी मोबाइल ऐप) शुरू किया गया है। इससे गरीब और समाज के कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को आसानी से छात्रवृत्ति मिल रही है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति की राशि अब प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए विद्यार्थियों के बैंक खाते में जमा कराई जा रही है। इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो गई है। नकवी ने बताया कि पिछले तीन से चार सालों में अल्पसंख्यक समाज के 3.11 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई है। जिसमें से लगभग 60 प्रतिशत छात्राएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यकों और समाज के कमजोर वर्गों के शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा सफलतापूर्वक काम कर रही है।

 

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