नगर निगम में हंगामे के बाद तालाबंदी कर कोतवाली पहुंचा अमला
नगर निगम में हंगामे के बाद तालाबंदी कर कोतवाली पहुंचा अमला
दैनिक भास्कर न्यूज़ डेस्क, सतना। नगर निगम आयुक्त के लोकायुक्त के हाथों पकड़े जाने और निलंबित होने के बाद नगर निगम में हंगामा खड़ा हो गया। शिकायतकर्ता डॉ दम्पत्ति द्वारा निगम कार्यालय में सामूहिक तौर पर कर्मचारियों के साथ गाली गलौज किये जाने पर यहां माहौल इस कदर बिगड़ा कि कार्यालय में तालाबंदी कर अधिकारी कर्मचारी सिटी कोतवाली पहुंच गए और डॉ दम्पत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग पर अड़ गए। उधर डॉ दम्पत्ति भी थाने आ गया जिसे पुलिस ने एहतियाती तौर पर कमरे में बंद कर दिया। देर शाम तक प्रदर्शन जारी रहने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था। कर्मचारियों ने गुरूवार की सुबह से शहर में जलापूर्ति ,सफाई और प्रकाश व्यवस्था ठप्प कर करने का ऐलान किया।
नगर निगम कार्यालय में बुधवार की दोपहर अचानक उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब कमिश्नर रहे सुरेंद्र कथूरिया के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत करने वाली डॉ सुचित्रा अग्रवाल और उनके पति राजकुमार अग्रवाल ने निगम के अधिकारियों -कर्मचारियों को सामूहिक रूप से अपशब्द कहना शुरू कर दिया। उसकी यह हरकत देख कर निगम के कर्मचारियों का भी गुस्सा भड़क गया और वे भी जवाबी मुकाबले पर उतर आये। महिला कर्मचारी भी मैदान में उतर आईं और उन्होंने डॉ दम्पत्ति को खदेड़ लिया। मगर बात तब भी नहीं सम्हली और पार्किंग एरिया में भी वाक् युद्ध चलता ही रहा। कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर था और डॉ दम्पत्ति भी वहां से हिलने को तैयार नहीं था।सूत्र बताते हैं कि डॉ अग्रवाल अपनी कोई कटर मशीन लेने यहां आई थीं लेकिन अतिक्रमण दस्ता प्रभारी के न मिलने के बाद उन्होंने अपशब्दों का इस्तेमाल शुरू कर दिया।
बरसता रहा पानी लगते रहे नारे
निगम कार्यालय में हंगामा मचाने के बाद दोनों ही पक्ष शिकायत लेकर सिटी कोतवाली पहुंच गए। बाहर जमा भीड़ देख कर डॉ दम्पत्ति को पुलिस ने विवेचक कक्ष में बैठा कर बाहर से ताला लगा दिया।निगम के महिला पुरुष अधिकारी कर्मचारी बाहर बैठ कर डॉ दम्पत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और दोनों को गिरफ्तार करने की मांग करते रहे।पानी बरसता रहा और बाहर बैठे निगम कर्मी नारे लगाते रहे। मगर जब देर शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो भीड़ कलेक्ट्रेट जा पहुंची।वहां भी ज्ञापन सौंपने के बाद यह ऐलान कर दिया गया कि यदि बुधवार की रात मुअकदमा दर्ज कर डॉ दम्पत्ति को गिरफ्तार न किया गया तो गुरुवार की सुबह से शहर में सफाई ,प्रकाश और जलापूर्ति व्यवस्था ठप्प कर दी जायेगी।
घटना बर्दाश्त के काबिल नहीं लेकिन कामबंदी गलत : ममता
महापौर श्रीमती ममता पांडेय ने भी इस घटना की जानकारी होने पर टीआई कोतवाली से फोन पर बात कर डॉ दम्पत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि डॉ अग्रवाल को जो करना था वो कर चुकी थी लेकिन उन्हें निगम कार्यालय में जा कर उपद्रव करने की इजाजत नहीं थी। महापौर ने कहा कि नगर निगम उनका परिवार है उसके साथ अभद्रता बर्दाश्त के काबिल नहीं है। डॉ अग्रवाल ने ठीक नहीं किया,पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिए। लेकिन मुकदमा दर्ज न होने पर कामबंदी का ऐलान करना ठीक नहीं है।यद्यपि उनके संज्ञान में ऐसे किसी ऐलान की जानकारी नहीं है।
सीएसपी करेंगे जांच
इस मामले में एसपी मिथिलेश शुक्ला ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच का जिम्मा सीएसपी सीताराम यादव को सौंपा गया है।एसपी श्री शुक्ला ने बताया कि डॉ दम्पत्ति नगर निगम कार्यालय क्यों गया और उसने वहां क्या किया इसकी जांच की जायेगी। निगम में लगे सीसी टीवी कैमरों के फुटेज भी देखे जायेंगे। दोषी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जायेगी।