Bhaskar Hindi
Update: 2017-05-27 00:32 GMT
टीम डिजिटल, नयी दिल्ली. शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और माकपा द्वारा निर्वाचन आयोग की ओर से तीन जून को आयोजित ईवीएम हैकिंग चुनौती में भाग लिया जाएगा. वहीं, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने कहा है कि वह इसमें भाग नहीं लेंगे. उन्‍होंने आयोग से नियम बदलने की मांग की है.

भाजपा, दो वामपंथी दलों और राष्‍ट्रीय लोकदल ने कहा है कि वे 3 जून को सुबह 10 बजे से दो बजे के बीच निर्धारित हैकिंग प्रक्रिया का निरीक्षण करना चाहते हैं. ईवीएम चुनौती में हिस्सा लेने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने प्रतिनिधियों को नामांकित करने के लिए शुक्रवार आखिरी दिन थ्‍ाा. केवल आठ दलों ने जवाब दिया है.

चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि एनसीपी ने ईवीएम चुनौती में भाग लेने की इच्छा जताई है. आप और कांग्रेस ने चुनौती की मौजूदा रूपरेखा पर कुछ सवाल किए हैं, लेकिन चुनौती में हिस्सा लेने की इच्छा नहीं जताई है. 

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कहा है कि उसने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ करने संबंधी चुनौती के जो नियम बनाए हैं, उनमें से कुछ में बदलाव करने पर वह विचार करे, ताकि लोगों के मन से इससे संबंधित सारी आशंकाओं को दूर किया जा सके. 

वहीं, आम आदमी पार्टी के दिल्ली के संयोजक गोपाल राय ने कहा है कि "यह हैक करने का कार्यक्रम नहीं है. इस नाटक में हिस्सा क्यों लेना?" उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी मौजूदा संदर्भ में ईवीएम हैक करने की चुनौती को स्वीकार नहीं करेगी.

आप का यह फैसला निर्वाचन आयोग द्वारा उसकी यह मांग खारिज करने के संदर्भ में आया है, जिसमें उसने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन हैक करने के नियमों पर पुनर्विचार करने और उसे चुनौती देने के दौरान ईवीएम के मदरबोर्ड के साथ छेड़छाड़ करने की इजाजत देने की मांग की थी.

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