सुजय के खिलाफ चुनावी ताल ठोक सकते हैं एनसीपी विधायक जगताप, सीट पर प्रतिष्ठा का सवाल

सुजय के खिलाफ चुनावी ताल ठोक सकते हैं एनसीपी विधायक जगताप, सीट पर प्रतिष्ठा का सवाल

Tejinder Singh
Update: 2019-03-13 15:52 GMT
सुजय के खिलाफ चुनावी ताल ठोक सकते हैं एनसीपी विधायक जगताप, सीट पर प्रतिष्ठा का सवाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अहमदनगर सीट कांग्रेस को न मिलने के बाद विपक्ष के नेता राधा कृष्ण विखेपाटील के बेटे डॉ सुजय विखे पाटील के भाजपाई बनने से अब राकांपा के लिए यह सीट जीतना प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। इस सीट को लेकर विखे पाटील परिवार की भी प्रतिष्ठा दाव पर है। ऐसे में राकांपा यहां से मजबूत उम्मीदवार उतारने की फिराक में है। सूत्रों के अनुसार राकांपा विधायक अरुण जगताप सुजय के खिलाफ आघाडी के उम्मीदवार होंगे। 

शिर्डी लोकसभा सीट सुरक्षित होने के बाद विखे पाटील अपने बेटे सुजय के लिए अहमदनगर सीट से तैयारी कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के बाद राकांपा ने अपने कोटे की यह सीट कांग्रेस को देने के लिए तैयार नहीं हुई। विखे पाटील और पवार परिवार की पुरानी दुश्मनी के चलते राकांपा प्रमुख शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बावजूद नहीं माने। इससे नाराज होकर विखे पाटील के पुत्र सुजय अब भाजपा में शामिल हो गए हैं।

2014 में यह सीट भाजपा के दिलीप गांधी ने जाती थी। सुजय के भाजपाई बनने के साथ ही उनकी उम्मीदवारी की घोषणा भी कर दी है, ऐसे में गांधी समर्थक भाजपाई भी सुजय से नाराज हैं। अहमदनगर जिले में विखे पाटील परिवार का राजनीतिक दबदबा माना जाता है। सुजय के भाजपा में शामिल होने के बाद इस सीट का राजनीतिक गणित बदल गया है। इसको देखते हुए विखे पाटील परिवार के सारे राजनीतिक विरोध एकजुट हो गए हैं। राकांपा अध्यक्ष पवार खुद इस सीट पर रुचि ले रहे हैं। इसको लेकर पवार ने बुधवार को मुंबई में बैठक की।

अरुण जगताप फिलहाल विधान परिषद सदस्य और उनके बेटे संग्राम जगताप विधानसभा सदस्य हैं। उनके दूसरे बेटे जिला परिषद सदस्य हैं। जगताप परिवार का भी अहमदनगर के श्रीगोंदा तहसील में वर्चस्व है। इस लिए इस बात की संभावना अधिक है राकांपा जगताप को अपना उम्मीदवार बनाए।    

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