गडकरी बोले- किसानों की आय दोगुना करने के लिए जल सर्किट जरुरी

गडकरी बोले- किसानों की आय दोगुना करने के लिए जल सर्किट जरुरी

Tejinder Singh
Update: 2017-12-05 15:10 GMT
गडकरी बोले- किसानों की आय दोगुना करने के लिए जल सर्किट जरुरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/पुणे। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बेहतर जल सरंक्षण के बिना 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने की योजना के लक्ष्य को हासिल नही किया जा सकता। इसके लिए बिजली सर्किट की तर्ज पर जल सर्किट बनाए जाने की जरुरत है। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि नदी को जोड़ने, बैराजों, बांधों, रबड़ के बांधों के निर्माण, ड्रिप और पाईप के जरिए सिंचाई की सुविधा विकसित करने की जरुरत है। ड्रिप और पाईप के जरिए सिंचाई के माध्यम से पानी की बर्बादी कम होगी और यह किसानों को काफी लाभप्रद साबित होगा। उन्होने कहा कि नदी जोड़ कार्यक्रम से महाराष्ट्र सहित तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों की जल की समस्या में काफी कमी आएगी। इस मौके पर पेयजल औऱ् स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि अविरल और निर्मल गंगा के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर चर्चा काफी हो गई है। अब समय कार्य करने तथा परिणाम हासिल करने का है। उन्होने कहा कि स्वच्छ गंगा से संबंधित सभी परियोजनाएं अक्टूबर 2018 तक पूरी तरह से शुरु हो जाने की जरुरत है। 

राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों की  7 दिसंबर को बैठक
ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों से संबंधित चल रही विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए दिल्ली में 7 दिसंबर को राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े विषयों पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। बैठक में सभी राज्यों के मंत्री, सचिव तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी महत्वपूर्ण योजनाओं पर नवीनतम प्रगति समीक्षा और विषयों पर मंथन करेंगे। केन्द्रीय राज्य (स्वतंत्र प्रभार) ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री राज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विशेष तौर पर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत फीडर अलग करने और मजबूत करने वाली परियोजनाओं को पूरा करना, शहरी क्षेत्रों में आईपीडीएस कार्य का शीघ्र निपटान और सकल तकनीकी और व्यावसायिक नुकसान को 10 प्रतिशत से कम करना, सौभाग्या योजना के तहत दिसंबर 2018 तक 100 प्रतिशत घरेलू बिजलीकरण को प्राप्त करने के अलावा उज्जवल डिस्कॉम एश्योरेंस योजना आदि पर चर्चा की जाएगी।

पुणे में देश की सबसे बड़ी किसान प्रदर्शनी  
उधर महाराष्ट्र के पुणे में देश की सब से बड़ी किसान कृषि प्रदर्शनी का आयोजन 13 से 17 दिसंबर के बीच मोशी में होने जा रहा है। इसमें पांच सौ से अधिक कंपिनयां, अनुसंधान संस्था और नवउद्योजक सहभागी होंगे। इसके अलावा भारत सरकार के कृषि मंत्रालय का भी सहभाग होगा। किसान कृषि प्रदर्शनी के संयोजक निरंजन देशपांडे के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक आधुनिक तकनीक, कृषि क्षेत्र के नए विचार, अनुसंधान किसानों तक पहुंचाए जाएंगे। जल नियोजन और सिंचाई के लिए तकनीक उपलब्ध कराने वाली 100 से अधिक कंपनियां प्रदर्शनी में शामिल होंगी। पूरे देश से तकरीबन एक लाख से अधिक किसान भाग लेंगे।

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