चंद्रपुर के रामाला तालाब के लिए आई नाव लोकार्पण से पहले ही डूब गई

चंद्रपुर के रामाला तालाब के लिए आई नाव लोकार्पण से पहले ही डूब गई

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-26 07:14 GMT
चंद्रपुर के रामाला तालाब के लिए आई नाव लोकार्पण से पहले ही डूब गई

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शहर के ऐतिहासिक रामाला तालाब की सफाई के लिए लाई गई ढाई करोड़ रुपए की नाव ‘केवट’ लोकार्पण समारोह के पहले ही डूब गई। फूलमालाओं से सजी-धजी नाव के डूब चुके हिस्सों को निकालने के लिए क्रेन की मदद लेनी पड़ी। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।रामाला तालाब की गंदगी साफ करने के अभियान का गुरुवार को शुभारंभ होना था। इस काम के लिए केवट को विशेष तौर पर लाया गया था। इस बहुपयोगी नाव की

विशेषता है कि यह तल में मौजूद कीचड़ व कचरा साफ करने के अलावा पानी में ऑक्सीजन घोलने और उसे बैक्टीरियामुक्त करने का काम भी करती है। इसे बनाने वाली कंपनी ओमीओम क्लीनटेक का दावा है कि यह इस तरह की विश्व में पहली नाव है। लेकिन लोकार्पण समारोह के पहले ही इसके डूबने से सारे दावों की पोल खुल गई। इस घटना के चलते जिला प्रशासन, मनपा एवं महाराष्ट्र राज्य नाविन्यता संस्था के माध्यम से आयोजित लोकार्पण समारोह ऐन समय पर रद्द करना पड़ा। 25 फीट लंबी और 20 फीट चौड़ी इस नाव को महाराष्ट्र स्टेट इनोवेशन सोसाइटी ने पुरस्कृत भी किया था। 

कई साल लगे निर्माण में

केवट के निर्माण में कई साल लगे थे। यह एक घंटे में एक लाख लीटर पानी फिल्टर कर सकती है। रामाला तालाब बड़ा है, इसलिए 10 के बजाए 75 एचपी की मोटर लगाई गई थी। मुंबई में इसका टेस्ट नहीं कर पाए थे। हमारा लोडिंग निष्कर्ष गलत हो गया और तकनीकी खामियों से नाव डूब गई। - दिलीप भानुशाली, टेक्निकल हेड, ओमीओम क्लीनटेक, मुंबई

इधर बाढ़पीड़ित किसानों को 4,645 लाख की मदद

प्रदेश के 15 जिलों में पिछले साल जून से अगस्त के दौरान अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 4,645.08 लाख रुपए की निधि राज्य सरकार ने मंजूर की है। गुरुवार को राजस्व विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। इसके अनुसार केवल अल्प और अत्यल्प भूमिधारक किसानों को मदद दी जाएगी। नागपुर में 425.57 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। जबकि अमरावती में 99.33, अकोला में 21.31, यवतमाल में 1,499.38, वाशिम में 229.29, औरंगाबाद में 2.36, नांदेड़ में 36.71, वर्धा में 86.06, चंद्रपुर में 2,158.55, गड़चिरोली में 25.84 और रत्नागिरी में 1.45 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। वहीं, उस्मानाबाद में 73 हजार, नंदूरबार में 58.16 हजार, गोंदिया में 4 हजार और पुणे में 30 हजार रुपए की मदद बांटी जाएगी। 

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