लापरवाह अस्पताल ! प्रसव के दौरान नवजात की मौत

लापरवाह अस्पताल ! प्रसव के दौरान नवजात की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-19 05:32 GMT
लापरवाह अस्पताल ! प्रसव के दौरान नवजात की मौत

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा/परासिया। जिले में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। सोमवार को सिविल अस्पताल चांदामेटा में नर्सों ने एक प्रसूता को नॉर्मल डिलीवरी के लिए 17 घंटे भर्ती रखा और प्रसव होने से पहले ही स्वस्थ बच्चे की मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि अंबाड़ा वार्ड क्रमांक 2 में रहने वाली प्रिया को रविवार दोपहर लगभग 2 बजे प्रसव पीड़ा होने पर सिविल अस्पताल चांदामेटा में भर्ती कराया गया था। ड्यूटी पर उपस्थित नर्स ने जांच कर सब कुछ नॉर्मल बताया और लगभग एक घंटे में प्रसव हो जाने की बात कही। इस दौरान प्रिया के परिजनों ने यह भी कहा कि कोई समस्या हो तो उन्हें रेफर कर दें, लेकिन नर्सों ने न ही प्रसूता को रेफर किया और न ही किसी चिकित्सक को जांच के लिए बुलाया। रविवार दोपहर 2 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक प्रसूता प्रसव पीड़ा में तड़पती रही और सुबह जब प्रसव हुआ तो बच्चा मरा हुआ निकला। इस मामले में प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाया है और चांदामेटा थाने पहुंचकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की है। 

किसी भी डॉक्टर ने नहीं की जांच
रविवार से भर्ती प्रसूता की जांच किसी चिकित्सक को करना था। 17 घंटे भर्ती रहने के बाद भी कोई चिकित्सक महिला की जांच के लिए अस्पताल नहीं पहुंचा। अस्पताल मे डॉ. रेणू सिंह की ड्यूटी थी, लेकिन वे अस्पताल में नहीं थी। सुबह जब महिला की हालत बिगड़ी तब चिकित्सक ने जांच की, लेकिन तब तक शिशु की मौत हो चुकी थी। 

प्रसव के लिए अधिकृत है अस्पताल
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासिया और सिविल अस्पताल चांदामेटा में ज्यादा दूरी न होने के कारण बीएमओ ने अस्पताल में प्रसव संबंधी सुविधाओं के लिए अधिकृत कर रखा है ताकि सामुदायिक अस्पताल में ज्यादा लोड न पड़े। फिर भी इस अस्पताल में जननी सुरक्षा की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।अस्पताल में शिशु की मौत के मामले में जब परिजनों ने हगांमा मचाया तो चांदामेटा अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक भी अस्पाताल पहुंच गई और प्रभारी बीएमओ डॉ. जानकी सिंह भी अस्पताल पहुंची।

पीड़िता के पति नवीन सूर्यवंशी का कहना है कि अस्पताल में भर्ती कराते समय नर्स ने सब कुछ नॉर्मल बताया था और जल्द ही डिलीवरी हो जाने की बात कही थी, लेकिन नर्सों ने किसी भी डॉक्टर को जांच के लिए नहीं बुलाया। वहीं डॉ जानकी सिंह  ने कहा कि प्रसूता को भर्ती किया गया था एवं प्रसव के लिए इंतजार किया जा रहा था, लेकिन शिशु की मौत गर्भ में ही हो गई है, यह कैसे हुआ इस सबंध में जांच की जाएगी। 
 

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