मांजे का सितम : अब कटा युवती का गला, जानिए उपराजधानी में और क्या हुआ

मांजे का सितम : अब कटा युवती का गला, जानिए उपराजधानी में और क्या हुआ

Tejinder Singh
Update: 2020-01-20 13:12 GMT
मांजे का सितम : अब कटा युवती का गला, जानिए उपराजधानी में और क्या हुआ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मकर संक्राति के बाद भी शहर में मांजे की दहशत कायम है। रविवार को काटोल नाका के पास स्थित चौक पर मांजे से युवती का गला कट गया। बैंकिग सर्विस की प्रवेश परीक्षा देकर वाड़ी से लौट रही नारी रोड स्थित सहयोग नगर निवासी 24 वर्षीय श्रद्धा शेंडे के गले पर मांजे से गहरा कट लगा था। घटना के बाद श्रद्धा का धंतोली स्थित श्योरटेक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। फिलहाल महिला वार्ड में शिफ्ट किया गया है। अस्तपाल सूत्रों के अनुसार श्रद्धा के गले पर गहरी कट लगी थी। हालांकि महत्वपूर्ण वेन क्षतिग्रस्त होने से बच गई है। श्रद्धा की मां अनुराधा शेंडे जिला अदालत में कार्यरत हैं। भाई प्रियांशु शेंडे के अनुसार श्रद्धा किस्मत से बच गई। दुघर्टना के समय उसके साथ दोस्तों के रहने के कारण उन्हें तत्काल मदद मिल गई। दोस्तों ने उसे पहले एक नर्सिंग होम और फिर श्योरटेक अस्पताल ले गए। दुर्घटना के समय श्रद्धा के साथ उनकी दोस्त शालु तिलक शिवणे थीं। शालु ने बताया कि परीक्षा देकर लौटते हुए काटोल नाके के पास ट्रैफिक लाइट बंद होने के कारण हमने स्कूटी धीमी कर ली थी। श्रद्धा ने पहले मांजा देखा और मुझसे कहा ध्यान से मांजा है। हम समझ रहे थे कि हम मांजा से बच गए। तभी मेरी नजर श्रद्धा के स्कूटी पर गई, सफेद स्कूटी पर खून गिर रहा था। हमने गाड़ी रोक कर देखा। हेलमेट और स्कार्फ के कारण पता नहीं चल रहा था लेकिन कुछ ही देर में श्रद्धा का स्फार्ट और टीशर्ट खून से रंग गए। उसे पास स्थित नर्सिंग होम में ले गए। अत्यधिक खून बहने के कारण नर्सिंग होम वालों ने हमें श्योरटेक अस्पताल जाने की सलाह दी।

प्लाट टैक्स अपने नाम कराने वाले रिश्तेदारों पर मामला दर्ज

उधर प्लाट का टैक्स अपने नाम पर कराने के लिए तीन आरोपियों ने एक हिस्सेदार के साथ धोखाधड़ी की। आरोपियों ने रजिस्ट्री में उस हिस्सेदार के  नाम की जगह पर वाइटनर लगाकर ग्राम पंचायत में टैक्स अपने नाम पर करा लिया। हिस्सेदार मामला मोबिन अहमद अब्दुल खालीद को पता चलने पर उन्होंने आरोपी मुश्ताक अहमद हाजी अब्दुल खालीद  (78), सुल्ताना बेगम मुश्ताक अहमद (74) और अशफाक अहमद मुश्ताक अहमद (55),  आइस फैक्ट्ररी के सामने येरखेड़ा, कामठी निवासी के खिलाफ शिकायत की है। आरोपी और पीड़ित एक-दूसरे के रिश्तेदार हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार इन सभी लोगों ने वर्ष 1986 में मिलकर नया कामठी के मौजा येरखेड़ा के वार्ड  नं.-2 में 3.033 चौरस फुट  प्लाॅट खरीदा था। यह प्लाट 25 हजार रुपए  में श्री रामेश्वर भवरीलाल जोशी से खरीदा गया था। प्लाट खरीदी के समय रजिस्ट्री पर मोबिन अहमद और उक्त आरोपियों का भी नाम था। 
नाम पर वाइटनर लगाकर की धोखाधड़ी : आरोप है कि, आरोपी मुश्ताक और अशफाक ने रजिस्ट्री में मोबिन के नाम पर वाइटनर लगाकर उसकी छायाप्रति ग्राम पंचायत, येरखेड़ा में दी। इसके आधार पर टैक्स में मोबिन का नाम छोड़ कर आरोपी मुश्ताक और अशपाक ने अपने नाम से टैक्स रसीद तैयार करा ली।

सिगरेट नहीं दी तो पानठेला चालक का सिर फोड़ दिया

वहीं दो भाइयों ने मामूली बात को लेकर पानठेला चालक पर हमला बोल दिया। उसका सिर फोड़ दिया। एमआईडीसी थाने में आरोपी भाइयों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। जख्मी पानठेला चालक विकास गवली (44) वानाडोंगरी निवासी है, जबकि आरोपी कुणाल अरुण बोदिले (19) और उसका भाई रणदीप गोदिले (23), दोनों वानाडोंगरी निवासी है। विकास का बस्ती में ही बस स्थानक के पास पानठेला है। शनिवार को जब विकास अपनी दुकान में था, तभी पानठेले के पास ऑटोरिक्शा में बैठे-बैठे कुणाल और रणदीप ने उससे सिगरेट मांगी। विकास ने बोदिले बंधुओं को ऑटो से उतरकर पानठेले पर आकर सिगरेट लेने के लिए कहा। इस बात को लेकर बोदिले बंधु विकास से विवाद करने लगे और तैश में आकर विकास पर लोहे के रॉड और लाठी से हमला बोल दिया। इस हमले में विकास का सिर फूट गया। शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आई हैं। अरुण और रणदीप के खिलाफ हवलदार विजय नेमाडे ने प्रकरण दर्ज किया है। जांच जारी है।

5 मिनट में पकड़ाए दो शराब तस्कर

उधर सतर्कता के बाद भी ट्रेनों में लगातार शराब और मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को नागपुर रेलवे स्टेशन पर दो अलग-अलग कार्रवाई में शराब तस्करी करने वाले दो आरोपियों को पांच मिनट के भीतर प्लेटफार्म-2 के इटारसी छोर पर दबोच लिया गया। आरोपियों से 4,970 रुपए की शराब जब्त कर आगे की कार्यवाई के लिए दोनों को राज्य उत्पादन शुल्क के सुपुर्द कर दिया गया।  आरपीएफ के अनुसार पहली कार्रवाई 22.15 और दूसरी कार्रवाई 22.20 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नं.-2 के इटारसी छोर पर आरपीएफ और राज्य उत्पादन शुल्क ने संयुक्त रूप से की। पहली कार्रवाई में एक संदिग्ध व्यक्ति भारी भरकम बैग के साथ खड़ा हुआ था। उससे पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। गहनता से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम अविनाश नारायण पोनाला (27), निवासी सातनाल चौक, चंद्रपुर (महाराष्ट्र) बताया। बैग के संबंध में पूछताछ करने पर बैग में शराब की बोतलें तथा शराब तस्करी करने की बात कही। 

येरवडा जेल से फरार कैदी नागपुर में गिरफ्तार

इसके अलावा पिंटू शिर्के हत्याकांड में उम्रकैद की सजा भुगत रहा कैदी कमलेश निंबर्ते पैरोल पर छूटकर आने के बाद वह जेल वापस नहीं गया। उसे फरार घोषित कर दिया गया था। इस आरोपी को अपराध शाखा पुलिस विभाग की यूनिट-3 ने धरदबोचा। इस आरोपी के खिलाफ हुड़केश्वर थाने में मामला दर्ज कर उसे हुडकेश्वर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। दूसरे तड़ीपार आरोपी नितीन तिड़के को भी यूनिट-3 ने धरदबोचा। यह आरोपी लकड़गंज क्षेत्र से तड़ीपार किया गया था। यह कोतुलवार के साथ मिलकर सट्टा-पट्टी का धंधा करता था। इस आरोपी को भी गिरफ्तार कर लकड़गंज पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार अपराध शाखा पुलिस विभाग की यूनिट-3 गत दिनों गश्त पर रही थी। इस दौरान यूनिट को गुप्त सूचना मिली कि, वर्ष 2002 के चर्चित पिंटू शिर्के हत्याकांड का सजायाफ्ता कैदी कमलेश निंबर्ते को उम्रकैद की सजा हुई है। इस हत्याकांड में जिन आरोपियों को सजा सुनाई गई है, उनमें कुख्यात बदमाश राजू भद्रे, विजय मते, उमेश संपतराव डहाके, रितेश हिरामनजी गावंडे, किरण उमरावजी कैथे, कमलेश निंबर्ते, दिनेश देवीदास गायकी व अयूब खान का नाम शामिल  है। इनमें से कुछ कैदी नासिक, नागपुर में और कुछ येरवडा जेल में सजा भुगत रहे हैं। 

बाइक और मोपेड में भिड़ंत

वहीं तात्यातोपे नगर परिसर में मोटरसाइकिल और मोपेड के बीच हुई टक्कर में दो युवक गंभीर जख्मी हो गए। घायलों के नाम जॉन (22) टाकली सिम हिंगना व सुयश शेंडे (21) खामला रोड निवासी है। घटना रविवार को दोपहर करीब 1.30 बजे के दौरान हुई। हादसे के बाद पुलिस को घायलों के नाम तक पता नहीं चल पा रहा था। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार रविवार को दोपहर में सुयश अपनी मोपेड क्रमांक एमएच-31-ईआर-7198 पर तात्याटोपे नगर स्थित पेट्रेाल पंप पर आया। मोपेड (एक्टिवा) में पेट्रोल भरने के बाद यू टर्न ले रहा था। इस बीच लक्ष्मीनगर चौक की ओर से जॉन अपनी मोटरसाइकिल क्रमांक एमएच-31-सीएक्स-8651 पर तेज गति से आ रहा था। मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो जाने से मोपेड से जा टकराई। मोपेड सड़क डिवाइडर से टकरा गई और उसके सामने का हिस्सा चकनाचूर हो गया। दोनों चालक सड़क पर गिर पड़े। घटना के बाद नागरिकों की भीड़ जमा हो गई थी। एक जागरूक नागरिक ने ऑटो को रोका और जख्मी जॉन और सुयश शेंडे को खामला के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

वॉकर से गिरे मासूम की मौत

वॉकर में खेलते समय अचानक मासूम बालक का संतुलन बगड़ा और वह नीचे गिर पड़ा। शनिवार को उपचार के दौरान जख्मी बालक ने दमतोड़ दिया। इमामवाड़ा थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। जाटतरोड़ी निवासी सारंग ठाकरे निजी प्रतिष्ठान में कार्यरत हैं, जबकि पत्नी गृहिणी है। उन्हें रंजीत नामक 17 माह का इकलौता पुत्र था। 13 जनवरी की शाम को उसकी मां रंजीत को वॉकर में बिठाने के बाद घरेलु कार्यों में व्यस्त हो गई। इस बीच वॉकर में खेल रहे दूधमुहे बालक रंजीत का संतुलन बिगड़ गया और वह सिर के बल वॉकर से नीचे गिर पड़ा। सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से मासूम रंजीत को मेड़िकल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। जहां शनिवार को उपचार के दौरान रंजीत की माैत हो गई।

तेज रफ्तार वाहन चलाया तो नाबालिग की तोड़ दी नाक

गुलशन नगर में नाबालिग को तेज रफ्तार से वाहन चलाना महंगा पड़ गया, जब एक व्यक्ति ने सिर से टक्कर मार कर उसकी नाक तोड़ दी। घटना के बाद  दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनों गुटों के खिलाफ कलमना थाने में देर रात प्रकरण दर्ज कर लिया गया। गुलशन नगर निवासी 17 वर्षीय िकशोर शनिवार की रात करीब दस बजे बस्ती में तेज रफ्तार मोटरसाइकिल चला रहा था। इसी दौरान बस्ती के ही शिवा कार्तिक शाहू (45) नामक व्यक्ति ने उसे अपने घर के सामने रोक लिया और गाड़ी तेज रफ्तार से चलाने के लिए मना किया। इसके पहले भी उसने नाबालिग को समझाया था, लेकिन नाबालिग ने उसकी बात अनसुनी कर दी थी। घटना के समय वहा शिवा के साथ मौजूद संतोष चव्हाण (23), छोटू वासनिक (20), प्रदीप यादव (21) नामक युवकों से अभद्रता से बात करने लगा।

व्यक्ति ने फांसी लगाकर की खुदकुशी

सक्करदरा थानांतर्गत न्यू सूभेदार ले-आउट निवासी विजय उर्फ दिगांबर विठोबाजी लांबट (52) ने शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात में वेंटिलेटर को रस्सी बांधकर फांसी लगा ली। उसकी मौत हो गई। विजय का एक पैर कमजोर था। वह कोई भी काम-धंधा नहीं करता था। पत्नी गृहिणी है। उसे एक 18 वर्ष का बेटा भी है। विजय संयुक्त परिवार में रहता था। घर खर्च उसका भाई रत्नाकर लांबट ही उठाता था। रत्नाकर प्रादेशिक मनोरुग्नालय में कार्यरत है। घटित प्रकरण को लेकर परिजनों का कहना है कि, विजय अक्सर मरने की बात करता था। अपनी जिंदगी से त्रस्त होने की बात उसने कई बार परिजनों की थी। घटना की सूचना मिलने पर सहायक निरीक्षक राजू बस्तरवारे सदल बल मौके पर पहुंचे। आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है। 


 

 

 

 

Tags:    

Similar News