अस्पताल में जमीन पर लेटने को मजबूर हैें मरीज

अस्पताल में जमीन पर लेटने को मजबूर हैें मरीज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-19 17:06 GMT
अस्पताल में जमीन पर लेटने को मजबूर हैें मरीज

डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा। मौसम में आए बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा हैं। सर्द गर्म मौसम के चलते बड़ी संख्या में सर्दी, खांसी, वायरल फीवर एवं मलेरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसी कारण भर्ती मरीजों की संख्या में भी खासा इजाफा हुआ हैं। जिला अस्पताल के मेडिकल मेल-फीमेल वार्ड में क्षमता से दोगुने मरीज इलाज करा करा रहे हैं।  मंगलवार को वार्ड के हालात यह थे कि यहां जितने मरीज पलंग पर भर्ती हैं, उससे ज्यादा जमीन पर इलाज कराने मजबूर हैं। दो पलंग के बीच खाली जगहों पर एवं बीच में चटाई डालकर लेटे मरीजों के उपचार से वार्ड में चलना भी मुश्किल हो गया हैं। ऐसे में भी चिकित्सक यहां महज कुछ मिनटों में ही वार्ड में भर्ती 55 मरीजों को देख कर खानापूर्ति कर रहे हैं।

वायरल फीवर के ज्यादा पीड़ित 
जिला अस्पताल के दोनों वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति को देखा जाए तो वायरल फीवर के सर्वाधिक पीड़ित  नजर आ रहे हैं। विभाग मलेरिया पीड़ित ों की संख्या नगण्य बता रहा हैं, लेकिन लगभग दो दर्जन भर्ती मरीजों को मलेरिया का उपचार दिया जा रहा हैं।

लिखा पढ़ी में उलझा नर्सिंग स्टॉफ
मेल मेडिकल एवं फिमेल मेडिकल में वार्ड में क्षमता से दोगुने से ज्यादा मरीज हैं। ऐसे में उनकी देखरेख एवं इलाज का जिम्मा ज्यादातर नर्सिंग स्टॉफ का ही होता हैं, लेकिन दो कर्मचारियों का पूरा समय कागजी लिखा-पढ़ी में ही गुजर रहा है। जिससे व्यवस्था भी प्रभावित हो रही हैं।

किसी को वापस नहीं कर सकते
आरएमओ डॉक्टर सुशील दुबे के अनुसार अस्पताल में आने वाले सभी पीड़ितों का उपचार किया जा रहा हैं। यहां अच्छा उपचार मिल रहा हैं, वहीं आसपास के स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज का अभाव जिला मुख्यालय में दबाव बना रहा हैं। मौसम का बार-बार बदलता मिजाज वायरल फीवर बढ़ा रहा हैं। 

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