किसी करीबी ने ही किया है बच्ची का अपहरण - पुलिस का अनुमान
किसी करीबी ने ही किया है बच्ची का अपहरण - पुलिस का अनुमान
डिजिटल डेस्क जबलपुर। तिलवारा थाना क्षेत्र के नेहरू नगर क्रेशर बस्ती में रहने वाले मोनू बाल्मीक की 22 माह की बच्ची देविका का दो दिन चली जाँच के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस जाँच में अब यही बात सामने आ रही है कि अपहरण करने वाला और कोई नहीं बल्कि बाल्मीक परिवार का परिचित है। इसके चलते अब पुलिस ने मोनू एवं उसके पिता दशरथ के सभी करीबियों से पूछताछ की है।
इस मामले की जाँच के लिए एसपी अमित सिंह भी देविका के घर गए और फिर उन्होंने पूरे दो घंटे वहाँ बिताये तथा हर पहलू पर पूछताछ की। उन्होंने आसपास की झाडिय़ों और गड्ढों में भी खोजबीन का काम किया। इस दौरान नालियों में भी छानबीन की गई।
डॉग केवल आसपास ही घूमता रहा - बच्ची की खोजबीन के लिए डॉग की भी मदद ली गई। डॉग को बच्ची की फ्रॉक सुंघाई गई, लेकिन वह मकान के आसपास तक ही गया। एफएसएल की टीम ने फिंगर प्रिंट भी लिये और उनको अपराधियों से मैच कराने की कोशिश की गई, लेकिन उसमें भी सफलता नहीं मिली है।
जिनसे रंजिश थी उनसे भी पूछताछ
च्ची का पता लगाने के लिए जिन लोगों से बाल्मीक परिवार की रंजिश या पहले कहा सुनी हुई थी उनसे भी पूछताछ की जा रही है। उनकी मोबाइल लोकेशन भी ली जा रही है। आसपास के क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की छानबीन की गई है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को अल सुबह मोनू बाल्मीक की 22 माह की बेटी का उस समय अपहरण हो गया था जब वह अपने पिता व माँ के बीच सो रही थी। अपहरण करने वाला ईंट की दीवार में छेद करके भीतर घुसा था। बच्ची के गायब होने की जानकारी सुबह 7 बजे उसकी माँ प्रीति के जागने पर लगी थी।पी-4
ट्ट देविका का सुराग देने वालों पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। जाँच के लिए अधिकारियों के साथ कर्मचारियों की कई टीमें बना दी गई हैं।
रवि चौहान, सीएसपी