विपक्ष का दावा विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर डरी है सरकार- आघाड़ी का पलटवार

विपक्ष का दावा विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर डरी है सरकार- आघाड़ी का पलटवार

Tejinder Singh
Update: 2021-02-18 15:53 GMT
विपक्ष का दावा विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर डरी है सरकार- आघाड़ी का पलटवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की ओर से विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को सवाल लेकर पूछने पर महाविकास आघाड़ी सरकार ने पलटवार किया है। जबकि विपक्ष ने दावा किया है कि सरकार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर डर रही है। प्रदेश के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव बजट अधिवेशन में कराने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने संवैधानिक चिंता व्यक्त करते हुए सरकार को विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव की याद दिलाई है। हम भी राज्यपाल को याद दिलाना चाहते हैं कि वे विधान परिषद की राज्यपाल कोटे की रिक्त 12 सीटों पर नियुक्ति की घोषणा बजट अधिवेशन से पहले करें। 

गुरुवार को विधानभवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में परब ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल की अगली बैठक में विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की तारीख तय होगी। इसके बाद राज्यपाल को विधान परिषद की रिक्त सीटों के बारे में पत्र भेजना है या नहीं, इस पर फैसला किया जाएगा। जबकि प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के पास सदन में 170 विधायकों का बहुमत है। इसलिए महाविकास आघाड़ी को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कोई चिंता नहीं है। 

अपने विधायकों पर सरकार का अविश्वासः फडणवीस

दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि प्रचंड बहुमत होने के बावजूद सरकार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए डर क्यों रही है? उन्होंने कहा कि अपने विधायकों से इतना डरने वाली सरकार मेरे जीवन में पहली बार देखा है। फडणवीस ने कहा कि नियमों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की तारीख राज्यपाल तय करते हैं। राज्यपाल ने सरकार को अधिवेशन के पहले सप्ताह तक विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए सरकार को छूट दी है। इससे पहले के राज्यपाल तो विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख तय करके सरकार को भेजते थे। फडणवीस ने कहा कि नियमों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान से होता है। लेकिन सरकार डरी हुई नजर आ रही है। सरकार को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं रहा है। इसलिए महाविकास आघाड़ी को सरकार गिरने का डर है। यह अच्छी बात है इससे कम से कम सरकार पर अंकुश रहेगा। सत्ताधारी दलों के विधायकों का भला होगा। 

 

Tags:    

Similar News