अपात्र लोगों को एक करोड़ का किया भुगतान, नप अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

अपात्र लोगों को एक करोड़ का किया भुगतान, नप अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-02 08:47 GMT
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डिजिटल डेस्क सिवनी ।  एक बड़े घटनाक्रम में बरघाट पुलिस ने 55 अपात्र लोगों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के मामले में नगरपरिषदअध्यक्ष रंजीत वासनिक, चौरई के सीएमओ भरत गजबे और सब इंजीनियर शील भालेवार के खिलाफ 409 धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। कलेक्टर के आदेश में बनी समिति ने जांच में एक करोड़ 13 लाख रुपए अपात्रों को बांटने का आरोप सही पाया गया है। कांग्रेस के स्थानीय प्रवक्ता के द्वारा की गई जांच में मामला सामने आया है।
यह है मामला
रविवार को बरघाट थाना में एक प्राथमिकी ने स्थानीय राजनीति में भूचाल ला दिया। नगरपरिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक सहित दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। रंजीत वासनिक निर्दलीय अध्यक्ष हैं। स्थानीय कांग्रेस नेता और पूर्व नपं अध्यक्ष अनिल सिंह ठाकुर और कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र जायसवाल ने कलेक्टर सिवनी प्रवीण सिंह अड़ाइच को एक शिकायत दी थी जिसमें पीएम आवास में घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच कराए जाने की मांग की गई थी। जिस पर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने एसडीएम बरघाट, तहसीलदार बरघाट और नगर पंचायत के सीएमओ की एक कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करने के  आदेश दिए थे। जांच में पाया गया कि बरघाट क्षेत्र में स्वीकृत 1200 पीएम आवासों में से 55 अपात्रों को बिना किसी काम के पेमेंट दे दिया गया। इस प्रकार लगभग एक करोड़ 13 लाख रुपए का गोलमाल निकला।
दर्ज कराई गई प्राथमिकी
रविवार को प्रशासन ने इस मामले में अमानत में खयानत का मामला बरघाट थाने में दर्ज कराया। बरघाट पुलिस ने इस मामले में धारा 409 के तहत नगरपरिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक, भरत गजबे तत्कालीन राजस्व उपनिरिक्षक (वर्तमान में चौरई छिदंवाड़ा में सीएमओ के पद पर पदस्थ) और पीएमआवास की नोडल अधिकारी और सब इंजीनियर शील भालेवार के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं प्रशासन का कहना है कि मामले में जांच अभी जारी है जिसमें आगे और भी खुलासे हो सकते हैं।
इनका कहना है
पुलिस ने प्रशासन की शिकायत पर धारा 409 के तहत अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है। 55 अपात्र लोगों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के मामले में एक करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व का नुकसान हुआ है।
भगत सिंह धुर्वे, एसडीओपी बरघाट
 

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