प्लास्टिक बैन: आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारी ने तालाब में कूदकर की आत्महत्या

प्लास्टिक बैन: आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारी ने तालाब में कूदकर की आत्महत्या

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-31 05:07 GMT
प्लास्टिक बैन: आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारी ने तालाब में कूदकर की आत्महत्या

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्लास्टिक बंदी के कारण आर्थिक तंगी से घिरे प्लास्टिक विक्रेता ने तालाब में छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली। शुक्रवारी तालाब से व्यापारी का शव बरामद किया गया है। व्यापारी का नाम नरेश भैरूमल तोलानी (51) कमाल चौक, कश्मिरी गली निवासी है। सूचना मिलने पर पुलिस ने तैराक जगदीश खरे की मदद से शव बरामद किया और कानूनी कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया। घटना से व्यापारी संघ में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। व्यापारियों ने विरोध में तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। गणेशपेठ थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है।

दूसरा धंधा करने पूंजी नहीं थी
नरेश प्लास्टिक की बिक्री करता था। इसी के बदौलत उसका घर चलता था। सरकार ने प्लास्टिक बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण नरेश का कारोबार ठप हो गया और वह आर्थिक तंगी से घिर गया था। नरेश के पास कोई दूसरा धंधा करने के लिए जमा पूंजी भी नहीं थी। इससे उसने आत्मघाती निर्णय ले लिया। वह तड़के तालाब पर पहुंचा और जान दे दी। सुबह की सैर पर निकले लोगों ने घटना को देख पुलिस को सूचना दी।

शुरुआती दौर में कर्ज से त्रस्त होकर व्यापारी द्वारा उक्त कदम उठाए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही थी, मगर नरेश के भाई मुकेश और पुत्र सुमित तोलानी ने कर्ज का बोझ होने से इनकार किया है। मुकेश के अनुसार नरेश दोपहिया वाहन पर घूम-घूम कर व्यापारियों से आर्डर बुक करता था और सप्लाई करता था। पुलिस रिकार्ड में भी प्लास्टिक बंदी के कारण नरेश द्वारा आत्महत्या करने का उल्लेख है।

विदर्भ प्लास्टिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल अग्रवाल ने सरकार के प्लास्टिक बंदी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि सरकार के इस फैसले ने एक परिवार का मुखिया छीन लिया है। इससे कई लोग बेरोजगार हुए हैं। जांच जारी है। उल्लेखनीय है कि पर्यावरण के लिए घातक होने के कारण पालीथीन पर बैन लगा दिया गया है लेकिन इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों व्यापारियों पर इससे भुखमरी की नौबत आन पड़ी है।

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