ASSOCHAM में बोले PM मोदी- राष्ट्रहित में झेलना पड़ता है लोगों का गुस्सा

ASSOCHAM में बोले PM मोदी- राष्ट्रहित में झेलना पड़ता है लोगों का गुस्सा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-20 09:51 GMT
ASSOCHAM में बोले PM मोदी- राष्ट्रहित में झेलना पड़ता है लोगों का गुस्सा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (ASSOCHAM) के 100 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने CAA पर देशभर में मचे बवाल के बीच बताया कि "देशहित में काम करने के लिए लोगों का गुस्सा और उनकी नाराजगी सहनी पड़ती है। इसके अलावा कई आरोप भी झेलने पड़ते हैं।" हालांकि उन्होंने CAA का कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन इकोनॉमी और GST पर चर्चा करते हुए उन्होंने इशारों से CAA विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी की।

 

 

सबकी सुनती है सरकार

पीएम मोदी ने कहा कि "आज देश में वो सरकार है जो किसान की भी सुनती है, मजदूर की भी सुनती है, व्यापारी की भी सुनती है और उद्योग जगत की भी सुनती है। सरकार उनकी आवश्यकताओं को समझने का प्रयास करती है और उनके सुझावों पर संवेदनशीलता से काम करती है।" उन्होंने कहा कि "100 साल की यात्रा मतलब आपने 3 शताब्दियों के दर्शन किए। भारत का स्वतंत्रता आंदोलन देखा और आजादी भी देखी। भारत की विकास यात्रा का जो इतिहास रहा है, उसके साथ आपकी संस्थागत यात्रा का भी एक सहयात्री के रूप में योगदान रहा है।"

इकोनॉमी में पहले भी आए उतार-चढ़ाव

पीएम मोदी ने कहा कि "देश की अर्थव्यवस्था में उतार चढाव पहले भी आए हैं, लेकिन देश में वो सामर्थ्य है कि वो हर बार ऐसी परिस्थिति से बाहर निकला है और पहले से ज्यादा मजबूत होकर निकला है।" उन्होंने कहा कि "जब साल 2014 से पहले अर्थव्यवस्था तबाह हो रही थी, उस समय अर्थव्यवस्था को संभालने वाले लोग किस तरह तमाशा देख रहे थे, ये देश को कभी नहीं भूलना चाहिए। तब अखबारों में किस तरह की बात होती थी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख कैसी थी, इसे आप भली-भांति जानते हैं।"

5 ट्रिलियन लक्ष्य हासिल करेगा देश

पीएम मोदी ने बताया कि "5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की बात अचानक नहीं आई है। बीते 5 साल में देश ने खुद को इतना मजबूत किया है कि ऐसे लक्ष्य रखे भी जा सकते हैं और उन्हें प्राप्त भी किया जा सकता है। भारत की अर्थव्यवस्था तय नियमों से चले, तय लक्ष्यों की तरफ बढ़े, इसके लिए हमने चौतरफा फैसले लिए हैं।" उन्होंने कहा कि "इस सरकार की पहचान ही है कि जो संकल्प लेती है, उस संकल्प के साथ देश को जोड़ती है और उस संकल्प को सिद्धि में बदलने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करती है। 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य भी संभव है। ऐसी बहुत सी बातें जो पहले असंभव लगती थी, उसे देश ने संभव करके दिखाया है।"

टॉप 10 FDI डेस्टीनेशन्स में भारत शामिल

पीएम मोदी ने कहा कि "आज हम ये कह सकते हैं कि देश की बैंकिंग प्रणाली की नींव अब इतनी पारदर्शी हो रही है कि 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को ऊर्जा दे सकते हैं। आज हम दुनिया के टॉप 10 FDI डेस्टीनेशन्स में से एक हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत में FDI आने की गति बढ़ी है।"

खुलकर लें निवेश करने का फैसला

पीएम मोदी ने कहा कि "आने वाले वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए का निवेश, इसे ताकत देगा। देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर 25 लाख करोड़ रुपए का निवेश इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा।" उन्होंने कहा कि "मैं आज ASSOCHAM के इस मंच से देश की बैंकिंग से जुड़े लोगों को और कॉरपोरेट जगत के लोगों को ये विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अब पुरानी कमजोरियों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इसलिए खुलकर फैसले लें, खुलकर निवेश करें।"

सरकार ने बैंकों के एकीकरण में लाई तेजी

पीएम मोदी ने कहा कि "हमारी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से अब 13 बैंक मुनाफे में आ चुके हैं। 6 बैंक PCA से भी बाहर निकल चुके हैं।" उन्होंने बताया कि "हमने बैंकों का एकीकरण भी तेज किया है। बैंक अब अपना देशव्यापी नेटवर्क बढ़ा रहे हैं और अपनी ग्लोबल पहुंच कायम करने की ओर अग्रसर हैं।"

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