सियासत - नगर बंद व बहिष्कार के बीच स्थापित हुई शिवाजी महाराज की प्रतिमा

सियासत - नगर बंद व बहिष्कार के बीच स्थापित हुई शिवाजी महाराज की प्रतिमा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-19 12:33 GMT
सियासत - नगर बंद व बहिष्कार के बीच स्थापित हुई शिवाजी महाराज की प्रतिमा

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/सौंसर। सौंसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाने से उपजे विवाद के एक सप्ताह बाद बुधवार को नगर पालिका परिषद ने गरिमामय आयोजन में छत्रपति शिवाजी महाराज की वही प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की, जहां से उसे हटाया था। इधर श्री शिवराय युवाशक्ति संगठन के साथ नगर के अन्य संगठनों और व्यापारियों ने इस आयोजन का बहिष्कार किया और मौन विरोध स्वरूप नगर बंद रखा। वहीं विधायक निवास पर हुए शिवाजी जयंती आयोजन में विधायक चौरे ने प्रतिमा विवाद के लिए भाजपा को दोषी बताया। 
नगर के वार्ड 15 स्थित शिवाजी महाराज चौक (मोहगांव तिराहा) पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 9 बजे मंत्रोच्चार व शिवाजी महाराज के जयघोष के साथ प्रतिमा स्थापित की गई। प्रतिमा के प्राणप्रतिष्ठा समारोह में विधायक चौरे पत्नी प्रतिभा, नपा. अध्यक्ष लक्ष्मण चाके, वरिष्ठ नेता भागवत महाजन, पूर्व विधायक रामराव महाले के हाथों प्रतिमा की पूजा, अर्चना की गई। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, कांग्रेस के अनुशांगिक संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व आमंत्रितगण उपस्थित थे।
नगर बंद रहा
श्री शिवराय संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि जिस प्रशासन ने सत्ता के दबाव में बीते सप्ताह शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाई थी उनका हम कैसे साथ दे। जिन्होंने पहले शिवाजी महाराज का अपमान किया और अब वहीं इसकी स्थापना कर रहे है। इसके अलावा प्रशासन इस आयोजन को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से दाबव बनाने की नीति अपना रहा है। इस विरोध में नगर के व्यवसायियों ने स्वयं प्रेरणा से अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे।
शिवजयंती मनाई
शिवराय संगठन के साथ नगर के विविध संगठनों ओर नागरिकों ने नगर में विविध स्थानों पर आयोजन कर शिवजयंती मनाई। नगर में लोगों ने घरों पर भगवे झंडे लगाए। घर-घर में शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पूजन किया गया। 
भाजपा को कोसा
विधायक  के निवास पर हुए शिवजयंती आयोजन में विधायक चौरे ने प्रतिमा विवाद के लिए भाजपा को दोषी बताया। कहा कि बीते 15 वर्ष भाजपा की सरकार होने पर नगर में शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई। अब ऐसा क्या हो गया था कि आधी रात को बगैर अनुमति के प्रतिमा स्थापित की गई। ऐसा करना शिवाजी महाराज की गरीमा के अनुरूप नहीं था। इसलिए हमने शासन की विविधत अनुमति लेकर प्रतिमा स्थापित की है। अब इसका भी भाजपा विरोध कर रही है। विधायक चौरे ने कहा कि शिवाजी महाराज मराठा के आराध्य देवता है लेकिन भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में मराठी भाषा को और मराठी के स्कूल को बंद करने का काम किया है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
प्रतिमा स्थापना आयोजन के लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाई थी। नगर के सार्वजनिक स्थानों पर सीसी टीव्ही कैमरे लगाए गए थे। पुलिस का पहरा और निरंतर कैमरे से नजर रखी जा रही थी। हालात यह थे कि प्रदेश के बाहर के लोगों का नगर प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था।
 

Tags:    

Similar News