बाबा साहब जयंती पर नहीं निकल सकेगी प्रभात फेरी और जुलूस
बाबा साहब जयंती पर नहीं निकल सकेगी प्रभात फेरी और जुलूस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना महामारी के कारण भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को प्रभात फेरी, बाइक रैली और जुलूस निकालने पर रोक रहेगी। आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित करते वक्त भी 5 से अधिक अनुयायी जुट नहीं सकेंगे। शुक्रवार को प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने इस संबंध में परिपत्र जारी किया है।
सरकार की तरफ से दादर स्थित चैत्यभूमि पर अभिवादन के लिए राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और अन्य मान्यवर उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में केवल 50 व्यक्तियों को मौजूद रहने की अनुमति होगी। जबकि नागपुर स्थित दीक्षाभूमि पर कार्यक्रम के लिए 50 व्यक्ति उपस्थित रह सकेंगे। चैत्यभूमि, दादर, मुंबई समेत राज्य के अन्य रेलवे स्टेशनों पर भीड़ के जुटने पर रोक रहेगी।
सरकार ने डा आंबेडकर के अनुयायियों से चैत्यभूमि पर आने के बजाय घर पर रहकर उनका अभिवादन करने की अपील की है। सरकार ने कहा है कि आंबेडकर जयंती के मौके पर मध्यरात 12 बजे बड़े पैमाने पर अनुयायी जुटते हैं लेकिन कोरोना के संकट के चलते इस बार सादगी से सुबह 7 बजे से रात 8 बजे के पहले तक आंबेडकर जयंती मनाने का आह्वान किया गया है। आंबेडकर जयंती के अवसर पर सार्वजनिक जगहों पर गाना, व्याख्यान, पथनाट्य के प्रस्तुतिकरण पर रोक रहेगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। ऐसे कार्यक्रमों का केबल नेटवर्क अथवा ऑनलाइन प्रसारण किया जा सकेगा।
सरकार ने आंबेडकर जयंती पर स्थानीय प्रशासन की अनुमति से स्वास्थ्य शिविर, रक्तनदान शिविर आयोजित करने का आह्वान किया है। कोरोना, मलेरिया, डेंग्यू आदि बीमारियों के प्रतिबंधात्मक उपाय और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का अपील की गई है। स्वास्थ्य संबंधी उपक्रमों के आयोजन में मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना पड़ेगा। सरकार ने सामाजिक दूरी और स्वच्छता के नियमों का कड़ाई से पालन कर आंबेडकर जयंती मनाने की अपील की है।