औरंगाबाद में रडार, 30 करोड़ खर्च कर विमान की मदद से होगी आर्टिफिशियल रेन

औरंगाबाद में रडार, 30 करोड़ खर्च कर विमान की मदद से होगी आर्टिफिशियल रेन

Tejinder Singh
Update: 2019-06-10 13:48 GMT
औरंगाबाद में रडार, 30 करोड़ खर्च कर विमान की मदद से होगी आर्टिफिशियल रेन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कृत्रिम बारिश के प्रयोग के लिए आवश्यक रडार और विमान औरंगाबाद में रखा जाएगा। औरंगाबाद के विभागीय आयुक्त कार्यालय की इमारत पर रडार तैयार करने के लिए जरूरी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। साल 2015 में कृत्रिम बारिश के प्रयोग के लिए यह सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी। इसका इस्तेमाल इस बार कृत्रिम बारिश कराने के लिए हो सकेगा। प्रदेश सरकार ने कृत्रिम बारिश के प्रयोग के लिए प्राप्त होने वाले टेंडर की जांच के लिए समिति गठित की है। सरकार ने कृत्रिम बारिश के प्रयोग के लिए 30 करोड़ खर्च को प्रशासनिक मंजूरी भी दी है। इस संबंध में सरकार के मदद व पुनर्वसन विभाग ने शासनादेश जारी किया है। इसके अनुसार सरकार के मदद व पुनर्वसन सचिव किशोर राजे निंबालकर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। यह समिति कृत्रिम बारिश के लिए प्राप्त तकनीकी और आर्थिक टेंडर की जांच करने के बाद चयन की गई कंपनी की सिफारिश सरकार को करेगी।

कृत्रिम वर्षा के प्रयोग के लिए 30 करोड़ रुपए खर्च करने दी प्रशासनिक मंजूरी

कृत्रिम बारिश का प्रयोग कार्यादेश जारी होने के तीन महीने के भीतर या फिर मौसम विभाग की ओर से मानसून जाने की घोषणा की तारीख में से जिसकी कालावधि ज्यादा होगी। उसी अवधि में कृत्रिम बारिश करवाई जाएगी। सरकार का कहना है कि बारिश न होने के कारण जलाशयों और दूसरे जगहों पर पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है। इसके मद्देनजर वर्षा में वृद्धि के लिए कृत्रिम बारिश का प्रयोग करने का फैसला किया गया है। 
 

Tags:    

Similar News