10 सालों से फर्जी तरीके से निकल रहा था राशन

10 सालों से फर्जी तरीके से निकल रहा था राशन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-01 08:46 GMT
10 सालों से फर्जी तरीके से निकल रहा था राशन

सर्वे हुआ तो पता चला कि उसने तो कभी राशन कार्ड बनवाया ही नहीं, ऐसे ही दर्जनों मामले आए सामने

डिजिटल डेस्क  जबलपुर । राशन कार्ड में इतनी गड़बडिय़ाँ हैं कि हर दिन कोई न कोई खुलासा हो रहा है। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब सर्वे दल चंद्रशेखर वार्ड रांझी बाजार पहुँचा। यहाँ रहने वाले नारायण प्रसाद गुप्ता से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने तो कभी राशन कार्ड बनवाया ही नहीं। टीम ने जब उन्हें बताया कि उनके नाम से तो बाकायदा हर महीने पिछले दस सालों से राशन िनकल रहा है तो वे भी सोच में पड़ गये। उन्होंने दल से पूछा कि आखिर उनके नाम से राशन कार्ड का दुरुपयोग कौन कर रहा है तो दल ने बताया कि ऐसी कोई जानकारी उनके पास नहीं रहती है। श्री गुप्ता ने मामले को लेकर कलेक्टर भरत यादव से िशकायत की है और इस मामले में उन्होंने जाँच करने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। 
जिले में राशन कार्ड के सर्वे का काम किया जा रहा है, जिसमें बड़ी मात्रा में फर्जी राशन कार्ड का उपयोग होने की बात सामने आ रही है। अभी तक दर्जनों मामले सामने आये हैं जिनमें लोगों ने राशन कार्ड नहीं बनवाये हैं, लेकिन उनके नाम से राशन निकल रहा है। मामले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि िफलहाल तो वे सर्वे के बाद पूरा डेटा तैयार कर रहे हैं। उनका मानना है कि जितने भी ऐसे मामले सामने आएँगे, उनके नाम राशन की लिस्ट से डिलीट किये जायेंगे। यह जरूर है कि अगर किसी का नाम गलती से राशन वाली िलस्ट से अलग होता है तो उसे दावा आपत्ति पेश करने का मौका दिया जायेगा। 
ज्यादातर जगह 97 फीसदी काम, ननि 31 प्रतिशत पर अटका
जिले में 4 लाख 2 हजार 255 परिवारों का सर्वे किया जाना है। जिले के सिहोरा, मझौली, पनागर और शहपुरा क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ दलों ने 97 फीसदी काम पूरा कर लिया है। इनके अलावा आसपास के जो क्षेत्र हैं उनमें भी 80 फीसदी से ज्यादा सर्वे का काम हो चुका है। वहीं नगर निगम सीमा में जहाँ 1 लाख 67 हजार 121 परिवारों का सर्वे होना है उसकी एवज में अभी 52 हजार 206 परिवारों के पास ही दल पहुँच पाये हैं। कुल मिलाकर अभी भी यहाँ सर्वे का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। ये अभी तक 31 प्रतिशत काम ही कर पाये हैं। दूसरी तरफ छावनी क्षेत्र में 6753 परिवारों का सर्वे होना है लेकिन यहाँ भी 45 परिवारों का राशन कार्ड के लिये सर्वे हो पाया है।
इनका कहना है
सर्वे के काम में अब तेजी आई है कई जगह काम कम्प्लीट होने की स्थिति में है। कुछ जगह एक-दो परिवार किसी कारण से छूटे हैं उनके लिये एप में नई मिसिंग पत्रक के नाम से एक आप्शन जोड़ा गया है। यह जरूर है कि सर्वे के बाद जितने भी फर्जी राशन कार्डधारी सामने आयेंगे उनके नाम काटे जायेंगे। इनमें अगर किसी का नाम गलती से काट भी दिया जायेगा तो उन्हें दावा आपत्ति करने का मौका भी दिया जायेगा। 
आशीष शुक्ला  जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी
 

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