राज ठाकरे ने कहा-जाति की बजाय आर्थिक आधार पर ही मिलना चाहिए आरक्षण

राज ठाकरे ने कहा-जाति की बजाय आर्थिक आधार पर ही मिलना चाहिए आरक्षण

Tejinder Singh
Update: 2018-07-27 16:06 GMT
राज ठाकरे ने कहा-जाति की बजाय आर्थिक आधार पर ही मिलना चाहिए आरक्षण

डिजिटल डेस्क, पुणे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को मराठा आरक्षण मुद्दे पर कहा कि जाति की बजाय आर्थिक आधार पर ही आरक्षण दिया जाए। उनकी पार्टी की इस मुद्दे पर यही भूमिका रही है। मनसे के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें ठाकरे ने कहा कि राज्य में भड़के मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर सत्ता और विपक्ष केवल जनता का इस्तमाल कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने सावधान और सतर्क रहने को कहा है।

उन्होंने कहा कि यह लोग महज भावनाओं से खेलकर वोट हासिल करना चाहते हैं। उनके लिए महाराष्ट्र का कोई भी मराठी लड़का बली नहीं चढ़ना चाहिए। इस सरकार को महाराष्ट्र का महत्व नहीं समझा है। राज्य को बिहार और उत्तरप्रदेश बनाने की मंशा दिख रही है।

सरकार दे रही निजी उद्योगों को गति
केन्द्र तथा राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि शिक्षा और नौकरी के लिए ही आरक्षण देना है, लेकिन इस सरकार द्वारा निजी उद्योगों को गति देने का काम किया जा रहा है। फिर नौकरियों में आरक्षण कैसे मिलेगा। पिछले 15 सालों में महाराष्ट्र में कितने उद्योग आए, कितनी शिक्षा संस्थाओं का निर्माण किया गया, उनमें नौकरियां कहां गई? दूसरे राज्यों के लड़कों को प्राथमिकता दी गई। यह सारे आंकड़े जाहिर करने चाहिए।

इससे आगे महाराष्ट्र में आने वाले उद्योग और शिक्षा संस्थाओं में 80 से 90 फीसदी नौकरियां महाराष्ट्र के लड़के-लड़कियों के लिए आरक्षित रखनी चाहिए। ऐसा हुआ तो आरक्षण की जरूरत किसी को भी नहीं पड़ेगी। सम्मेलन में विधायक शरद सोनावणे, पार्टी के नेता राजन शिरोड़कर, अनिल शिदोरे, वसंत मोरे, अजय शिंदे, बाबू वागस्कर, बाला शेडगे, किशोर शिंदे, बाबाराजे जाधवराव, रूपाली पाटील उपस्थित थे। 

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