16 साल से न्याय के लिए भटक रहा है रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर

16 साल से न्याय के लिए भटक रहा है रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर

Tejinder Singh
Update: 2019-01-15 12:29 GMT
16 साल से न्याय के लिए भटक रहा है रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पेंशन नगर में रहने वाले सब सेवानिवृत्त पुलिस उपनिरीक्षक रमेश चौरपगार ने 2002 में पेशन नगर में 40 बाय 30 का एक घर लिया था। लेकिन बाहर पोस्टिंग हो जाने के कारण वे उस घर पर नहीं रह पाए, जिसका फायदा उठाकर उस जगह पर मकसूद खान और उनके भाइयों ने कब्जा कर लिया और पांच दुकान खोल दीं। मनपा में शिकायत करने पर दुकानें तो हटा दी गईं, लेकिन कब्जा करने वाले अब भी जान से मारने की धमकी देकर उन्हें जगह छोड़ने को कह रहे हैं। इसी वजह से रमेश चौरपगार परिवार के साथ अपना घर छोड़कर अजनी में किराए से रह रहे हैं। उस घर पर पानी और ड्रेनेज की सुविधा भी नहीं है, मनपा में भी आवेदन दिया, लेकिन अब तक सुविधा नहीं मिल पाई।

रमेश चौरपगार ने अपनी जमापूंजी से परिवार के लिए घर 2002 में खरीदा था, लेकिन तब भी उन्हें किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने पर दुकानें तोड़ दी गईं, लेकिन अब भी मकसूद खान और उसके भाई इन्हें अपने घर में रहने नहीं दे रहे हैं। यह परिवार अजनी में 5000 रुपए किराया देकर रह रहा है। जैसे ही यह लोग अपने घर में जाते हैं , इनके साथ मारपीट की जाती है ओर घर छोड़ने के लिए डराया धमकाया जाता है। 

पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के आदेश के बाद भी पुलिस बंदोबस्त नहीं मिला। घर में पानी और ड्रेनेज की भी सुविधा नहीं है। मनपा में पानी और ड्रेनेज लाइन के लिए भी आवेदन दिया था, लेकिन जब ड्रेनेज और पानी की लाइन के लिए कर्मचारी और मजदूर आए, तो उन्हें भी डरा धमका कर भगा दिया। जिस कारण परिवार मूलभूत सुविधा से भी वंचित है।

कई बार कर चुके हैं शिकायत 
रमेश चौरपगार इस समस्या के लिए कई बार पुलिस से शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लेकर पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, पुलिस कमिश्नर, पुलिस उप अधीक्षक, पुलिस सहायक आयुक्त और पुलिस निरीक्षक काे शिकायत की। जिसके चलते मकसूद खान को 5 जनवरी को पुलिस ने हिरासत में लिया। केस दर्ज होने के बाद कोर्ट में पेशी हुई, जहां से मकसूद को जमानत मिल गई। अब फिर से मकसूद खान और उसके भाई रमेश चौरपगार के परिवार को धमका रहे हैं।

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