पुलिस मुठभेड़ में मारा गया गौरी यादव गैंग का इनामी डकैत

पुलिस मुठभेड़ में मारा गया गौरी यादव गैंग का इनामी डकैत

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-01 12:23 GMT
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया गौरी यादव गैंग का इनामी डकैत

माडो-बंधा इलाके में एक घंटे तक हुई फायरिंग
डिजिटल डेस्क सतना।
दो राज्यों में आतंक का पर्याय बने डेढ़ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के गिरोह से मुठभेड़ में यूपी पुलिस ने उसके एक साथी को मार गिराया, जिस पर 25 हजार का इनाम रखा गया था। चित्रकूट एसपी अंकित मित्तल के मुताबिक बुधवार शाम को मुखबिर से सूचना मिली कि गौरी गिरोह बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में माडो-बंधा के पास मौजूद है, जिस पर फौरन पुलिस बल के साथ जंगल में पहुंचकर घेराबंदी की गई, इसी दौरान डकैतों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, तब जवाब में पुलिस पार्टी ने भी बंदूकों के मुंह खोल दिए। लगभग एक घंटे तक चली मुठभेड़ में एक डकैत घायल हो गया, वहीं गैंग लीडर समेत तीन बदमाश जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। फायरिंग रुकने पर सर्चिंग की गई तो 25 हजार का इनामी भालचंद यादव उर्फ भाईचंद उर्फ भल्ला उर्फ पांडेय पुत्र रामावतार यादव 38 वर्ष निवासी पड़मनिया थाना नयागांव घायल हालत में मिला। उसके कब्जे से 315 बोर की रायफल और बड़ी संख्या में कारतूस मिले। घायल डकैत को फौरन कर्बी जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
25 दिन पहले जेल से छूटा——
मारा गया डकैत भालचंद कई सालों से गौरी यादव गिरोह के लिए एमपी की सीमा में मददगार का रोल अदा कर रहा था। समय-समय पर गैंग में भी शामिल हो जाता था। उसके खिलाफ मझगवां थाने में रंगदारी मांगने का एक अपराध 21 मई 2020 को दर्ज हुआ था, जिसमें एसपी ने 5 हजार का इनाम घोषित किया था। आरोपी डकैत को बीते 23 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जहां से जमानत पर मार्च के पहले सप्ताह में बाहर आया था। जेल से छूटने के कुछ दिन बाद उसने फिर से गौरी का हाथ पकड़ लिया। भालचंद पर बहिलपुरवा में भी वनकर्मियों से मारपीट कर रंगदारी मांगने का मुकदमा इसी साल जनवरी में दर्ज हुआ था। मृत डकैत रिश्ते में गौरी यादव का चचेरा जीजा था, गैंग लीडर की बहन पड़मनिया में ही ब्याही गई है और निवर्तमान सरपंच भी है।
सर्चिंग जारी, अलर्ट पर सतना पुलिस ——-
यूपी पुलिस से मुठभेड़ के बाद दो साथियों को लेकर माडो-बंधा इलाके से भागे गैंग लीडर गौरी यादव की तलाश में पुलिस जंगल की खाक छान रही है। उसके सतना जिले की तरफ भागने की संभावना को देखते हुए कर्बी एसपी ने पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह से चर्चा की, जिस पर नयागांव, बरौंधा और मझगवां पुलिस को अलर्ट करते हुए सीमावर्ती इलाके में सर्चिंग शुरू करा दी गई है। गौरतलब है कि तराई में गौरी यादव ही एक मात्र सक्रिय डकैत है जो सरकारी कामों और व्यापारियों से रंगदारी वसूलने में लिप्त है।
 

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