नहर में गिरा सांभर, मशक्कत के बाद बचाव दल ने सुरक्षित निकाला

नहर में गिरा सांभर, मशक्कत के बाद बचाव दल ने सुरक्षित निकाला

Tejinder Singh
Update: 2018-01-19 13:55 GMT
नहर में गिरा सांभर, मशक्कत के बाद बचाव दल ने सुरक्षित निकाला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खेती के लिए नहर लाइफ लाइन मानी जाती है। लेकिन जंगली जानवारों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। कुछ इसी तरह एक सांभर नहर में जा गिरा। जिसे काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। कुछ दिन पहले इसी नहर में एक बाघ गिरा था। जिसे नाकालने के लिए वन विभाग के पसीने छूट गए थे। गोसिखुर्द डैम की बायीं नहर में उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य का जयचंद बाघ गिर गया था। शुक्रवार दोपहर यहा सांभर दाहिनी नहर में जा गिरा। जिसे पानी में जद्दोजहद करता देख लोगों ने वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित बाहर निकाला। 


टीम ने मशक्कत के बाद किया सांभर का रेस्क्यू

ये नहर भंडारा जिले के पवनी शहर से तकरीबन डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर बेलगांव के पास से गुजरती है। दोपहर 12 बजे के आस पास नहर मे सांभर गिर गया। इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी। वन विभाग के साथ बचाव कार्य के लिए इलाके के वन्यजीव प्रेमी फ्लाय कैचर ग्रुप के सदस्य भी मौजूद थे। बचाव कार्य के दौरान सांबर ने दो बार नहर से निकलने की कोशिश की। लेकिन जमा भीड़ के शोरशराबे के चलते वह सहम गया और दोबारा नहर में गिर पड़ा। टीम ने सांभर के सींगों पर रस्सी डालकर उसे सुरक्षित बाहर खींच लिया। बाहर निकालने के बाद सांभर की जांच की गई। उसे किसी तरह की कोई चोट नहीं आई थी। 


उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ा 

वन विभाग की टीम ने वैन में बैठाकर सांभर को उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ दिया। इस अभियान में वन विभाग के वन परिक्षेत्र अधिकारी डी.वी. राऊत, क्षेत्र सहायक दिनेश नंदेश्वर, वन रक्षक शिंदे, कोहाटे, अतुल नेहारे, विपिन तलमले, केशव आखरे, सोमेश्वर राऊत, शेखर समेत गाऊड सहित अन्य कर्मचारी और वन्यजीव प्रेमी शामिल थे। जिनके सहियोग से टीम सांभर का रेस्क्यू कर पाई।

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