कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर के पुजारियों को मिलेगा वेतन, दोनों सदनों में विधेयक पारित

कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर के पुजारियों को मिलेगा वेतन, दोनों सदनों में विधेयक पारित

Tejinder Singh
Update: 2018-03-29 15:16 GMT
कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर के पुजारियों को मिलेगा वेतन, दोनों सदनों में विधेयक पारित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंढरपुर मंदिर की तर्ज पर अब श्री करवीर निवासिनी महालक्ष्मी (अंबाबाई) मंदिर में भी पुजारियों को वेतन मिलेगा। विधानमंडल के दोनों सदनों में बुधवार देर रात इससे जुड़ा विधेयक एकमत से पास हो गया है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद यह कानून अमल में आएगा। पिछले कई महीनों से कोल्हापुर स्थित अंबाबाई मंदिर में सरकारी पुजारी की नियुक्ति को लेकर जन आंदोलन चल रहा था। दरअसल लोग पुजारी द्वारा देवी को घाघरा चोली पहनाए जाने से नाराज थे। मांग उठी थी कि यहां वेतन पर योग्य पुजारियों की नियुक्ति की जाए। इसके लिए कानून बनाना जरूरी था। इसीलिए सरकार इससे जुड़ा विधेयक लाई। विधानसभा में एकमत से मंजूरी के बाद सत्र के आखिरी दिन बुधवार की देर रात तक चली कार्यवाही के दौरान विधान परिषद में भी इसे मंजूरी मिल गई। 

परीक्षा से होगी नियुक्ति

नए कानून के मुताबिक फिलहाल मंदिर में तैनात पुजारी के अधिकार खत्म हो गए हैं। पुजारी की नियुक्ति राज्य स्तरीय परीक्षा के जरिए होगी इसमें 50 फीसदी महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। मंदिर व्यवस्थापन समिति छत्रपति शाहू महाराज द्वारा स्थापित किए गए शाहू वैदिक स्कूल को पूरी मदद करेगा। नगर विकास राज्यमंत्री डॉ. रणजीत पाटील ने विधेयक पेश करते वक्त सदन को बताया कि सरकार श्री करवीर निवासिनी अंबाबाई मंदिर ट्रस्ट, कोल्हापुर की भी स्थापना करेगी।

पारित हुए ये विधेयक 

विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विधानसभा और विधानपरिषद में कुल 20 विधेयक पारित हुए। इस दौरान कुल 31 विधेयक विचार के लिए लाए गए थे। सत्र के दौरान भूसंपादन, हुक्का पार्लर बंदी, महालक्ष्मी आंबेबाई ट्रस्ट और प्लॉस्टिक बंदी जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। 

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