4 फरार डकैतों की तलाश जारी, मदद के लिए यूपी पुलिस भी आगे आई - बबुली कोल गिरोह का होगा सफाया

4 फरार डकैतों की तलाश जारी, मदद के लिए यूपी पुलिस भी आगे आई - बबुली कोल गिरोह का होगा सफाया

Demo Testing
Update: 2019-09-18 07:55 GMT
4 फरार डकैतों की तलाश जारी, मदद के लिए यूपी पुलिस भी आगे आई - बबुली कोल गिरोह का होगा सफाया

डिजिटल डेस्क सतना। तराई के लेदरी के जंगल में पुलिस एनकाउंटर के दौरान 2 दुर्दान्त दस्यु बबुली और लवलेश कोल की मौत के बाद भी पुलिस की सक्रियता खत्म नहीं हुई है। लाली कोल समेत फरार गिरोह के 4 सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने घटना स्थल से जुड़े लेदरी के जंगल का दौरा करने के बाद बताया कि तलाश के लिए पुलिस की 2 अलग-अलग पार्टियां सर्चिंग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मौसम की खराबी के कारण सर्चिंग में बाधा आई,मगर तलाशी अभियान रुका नहीं। एसपी के मुताबिक आटोमैटिक गन समेत अन्य असलहों के साथ फरार अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए यूपी के कर्वी एसपी मनोज झा से भी बात हुई है। यूपी पुलिस का पूरा सहयोग मिल रहा है। रीवा पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है। माना जा रहा है कि दबाव के चलते भागे बदमाश सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के जंगलों में पनाह ले सकते हैं। 
हर जांच को तैयार 
उधर, पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंग लीडर और 6 लाख 50 हजार के इनामी अंतराज्यीय बदमाश बबुली कोल तथा उसके राइट हैंड और 1  लाख 50 हजार के इनामी लवलेश कोल की मौत के मामले में सतना पुलिस हर जांच के लिए तैयार है। मंगलवार को मझगवां थाने  में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी के मार्गदर्शन में चित्रकूट के एसडीओपी वीपी सिंह, मझगवां के थाना प्रभारी ओपी चोंगड़े और नयागांव के थाना इंचार्ज संतोष तिवारी दिन भर कागजी औपचारिकताओं में व्यस्त रहे। एनकाउंटर के मामले में जहां जिला मजिस्ट्रेट की मजिस्ट्रीयल जांच तय है, वहीं पुलिस ने सीआईडी समेत अन्य जांचों की भी पक्की तैयारी कर रखी है। मानवाधिकार और एससी-एसटी आयोग के सवालों के जवाब के लिए भी पुलिस अपना काम कर चुकी है।  
अब नहीं पनपने देेंगे नया गिरोह                                                      
 इन्हीं पुलिस सूत्रों का मानना है कि अंतराज्यीय सीमा पर स्थित तराई में दस्यु समस्या का नामोनिशान मिटा देने की तैयारी है। किसी भी नवोदित गिरोह को सख्ती के साथ कुचलने के प्रबंध किए जा रहे हैं। दस्यु समस्या की जड़ में जाकर इन सवालों की भी पड़ताल की जाएगी कि आखिर वे कौन से कारण से थे,जिनकी वजह से ददुआ, ठोकिया, बलखडिय़ा और बबुली जैसे गिरोह जन्में और पनप कर आतंक का पर्याय बन गए। 

Tags:    

Similar News