छिन्दवाड़ा: सहयोग से सुरक्षा अभियान "विशेष आलेख"

छिन्दवाड़ा: सहयोग से सुरक्षा अभियान "विशेष आलेख"

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-15 08:17 GMT
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डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा। छिन्दवाड़ा कोविड-19 के नियंत्रण के लिये जिले में संचालित सघन प्रचार-प्रसार अभियान का नाम सहयोग से सुरक्षा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच आर्थिक गतिविधियां आरंभ की गई है। इस वजह से लोगों का आपस में मिलना-जुलना और एकत्रित होना आरंभ हो गया है। शीघ्र ही त्यौहारी समय भी आने वाला है जिसमे कई बड़े त्यौहार आने वाले हैं। इस कारण लोगों की भीड़-भाड़ होने की संभावना रहती है। शीत ऋतु भी आने को है जिससे वातावरण का तापमान कम हो जाता है और कोरोना वायरस प्रसार के लिए उपयुक्त होता है। ऐसे मे लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। यद्यपि कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर अच्छी है, फिर भी इस बात की बहुत ज्यादा आवश्यकता है कि लोग सावधानियां बरतें। इस के लिये शासन के विभिन्न विभागों के मिलकर काम करने की आवश्यकता हैं। अभियान की आवश्यकता क्यों? जब वायरस संक्रमण अपने शुरुआती दौर में था उन दिनों लॉकडाउन घोषित किया गया था और हमारा मुख्य संदेश था लोग अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें, लेकिन अब अनलॉक के दौरान आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना प्रभावशील है। ऐसे में सावधानियों के साथ जीवन को सामान्य बनाना ही हमारा मुख्य संदेश हो गया है। अनलॉक का अर्थ यह कतई नहीं है कि महामारी समाप्त हो गई है। अब लोगों को कोरोना के लिए उपयुक्त व्यवहार करने की आवश्यकता है। इसके लिये हम सभी सावधानियों का पालन करें और संक्रमण के प्रसार को रोके जिससे हम अपनी आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां भी जारी रख सकेंगे। हमें निरंतर तकनीकी की सहायता से अपने संचार तंत्र को मजबूत करते हुए और संक्रमण से बचाव के उपायों के विषय में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। हमें जिन क्षेत्रों में ज्यादा कोरोना संक्रमित प्रकरण निकल रहे हैं, वहां के लिए अलग तरह से संचार रणनीति तय करने की आवश्यकता है। सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में जब लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है तो वहां पर उन्हें किस तरह से संक्रमण से बचाव के लिए सावधानियां अपनानी चाहिए, इसके लिए हमें लोगों मे आवश्यक जागरूकता लाने की जरूरत है। साथ ही इस बात की भी आवश्यकता है कि आरोग्य सेतु/सार्थक लाइट एप लोग ज्यादा से ज्यादा डाउनलोड करें, उसका उपयोग करें और उसकी सहायता से कोरोना संक्रमण के विषय में आवश्यक सूचना प्राप्त करें। इस बात की भी हमें आवश्यकता है कि हम स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले व्यवहारों को अपनायें जैसे कि अपनी दिनचर्या ठीक रखें, सकारात्मक सोचे, संतुलित आहार लें, भरपूर नींद लें और नकारात्मकता से बचें। आयुष मंत्रालय द्वारा सुझाए गए ऐसे उपाय जिनसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, उनका पालन करने की भी आवश्यकता है। अभियान की अवधारणा-जन जागरूकता सुनिश्चित करने के लिये प्रदेश शासन द्वारा संचालित संचार अभियान सहयोग से सुरक्षा माह अक्टूबर और नवंबर 2020 में संचालित होगा। इस अभियान के लिये सरल और सुगम संदेश तैयार किए जाएंगे और उन के माध्यम से जिले के हर नागरिक तक कोरोना से बचाव के संदेशो को पहुंचाया जाएगा। इन संदेशों को पहुंचाने के लिए राज्य शासन के विभिन्न विभागों के सहयोग और समन्वय से कार्य संपादित किये जायेंगे। इस दौरान सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संचार का विशेष रूप से प्रयोग किया जाएगा। साथ ही परंपरागत संचार माध्यमों का भी उपयोग किया जाएगा। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हमें जिन व्यवहारगत परिवर्तनों की आवश्यकता है, उसके विषय में आवश्यक संदेश इस अभियान में शामिल किये जायेंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति में लोग इस संक्रमण की गंभीरता और इसकी भयावहता को समझ सके, किंतु उससे डरे बिना सामान्य जीवन जी सकें, ऐसे उपायों का पालन करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। त्योहारों के दौरान संक्रमण से बचाव के लिये धार्मिक संतों से अपील जारी करवाई जाएगी। समाजसेवी व स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इस कार्य में शामिल किया जाएगा। सोशल मीडिया पर जो लोग ज्यादा प्रभाव रखते हैं, उनके माध्यम से भी संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। यू-ट्यूब के माध्यम से बिना किसी व्यय के संचार किया जाएगा। इस अभियान में भारत शासन दवारा सुझाए गए कोरोना अनुकूल व्यवहारों के विषय मे विशेष संदेश तैयार किए जाएंगे। ऐसी टैगलाइन, ऐसे वाक्य जो आसानी से लोगों को याद हो सके और उनमें पूरा संदेश हो, ऐसे जिंगल, एनीमेशन वीडियो, थीम गीत आदि तैयार किए जाएंगे और कोविड-19 के नियंत्रण तथा इससे संबंधित भेदभाव और छुआछूत दूर करने संबंधी शपथ दिलाई जायेगी।

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